“दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: आम आदमी पार्टी ने 70 सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित, BJP और कांग्रेस की तैयारियां भी जोरों पर”

नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं और 70 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने इस बार 26 विधायकों के टिकट काट दिए हैं, जबकि 4 सीटों में बदलाव किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बार भी नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की पटपड़गंज सीट बदलकर अब उन्हें जंगपुरा से टिकट मिला है। पार्टी ने कालकाजी से सीएम आतिशी, ग्रेटर कैलाश से सौरभ भारद्वाज, बाबरपुर से गोपाल राय और शकूर बस्ती से सत्येंद्र जैन को मैदान में उतारा है।

इसके अलावा, भाजपा और कांग्रेस भी चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। भाजपा ने अब तक 29 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, जिसमें 13 पुराने और 16 नए चेहरे हैं। पार्टी ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बागी नेताओं को भी टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने अब तक 48 उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें सीएम आतिशी के खिलाफ अलका लांबा और केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा गया है।

आम आदमी पार्टी ने चुनाव प्रचार के लिए एक विशिष्ट रणनीति तैयार की है। पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें उन्हें मतदाताओं से संपर्क करने और चुनावी मुद्दों पर चर्चा करने की तकनीक सिखाई जा रही है। इन प्रशिक्षण सत्रों में कार्यकर्ताओं को यह बताया जा रहा है कि कैसे आम लोगों के बीच फ्री बिजली और पानी जैसी योजनाओं का लाभ और दिल्ली के विकास के बारे में प्रचार किया जाए। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं को यह भी बताया गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान कैसे सत्ता विरोधी लहर को कम किया जाए और नाराज वोटरों को मनाया जाए।

आम आदमी पार्टी ने पूरे दिल्ली में 12 से 15 सदस्यीय टीमों को तैनात किया है, जो अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचार करेंगे। विशेष तौर पर बीजेपी के बड़े नेताओं जैसे पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के चुनावी दौरे के साथ आप ने भी अपनी प्रचार रणनीति को और मज़बूत किया है। इसके अलावा, पार्टी के बड़े नेता जैसे अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान और आतिशी जैसे नेताओं ने भी अपनी जिम्मेदारी बढ़ा दी है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रचार करेंगे।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति को लेकर कार्यकर्ता एक टीम की तरह काम करेंगे, जिसमें किसी एक टीम का ध्यान गरीब और मध्यवर्गीय इलाकों पर होगा जबकि दूसरी टीम अमीर और व्यापारी वर्ग को केंद्रित करेगी। पार्टी की कोशिश होगी कि नई दिल्ली समेत महत्वपूर्ण सीटों पर जोरदार प्रचार किया जाए और चुनावी मुकाबले में विजय प्राप्त की जाए।