“राशिद खान की शानदार 7 विकेट की गेंदबाजी, अफगानिस्तान ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज 1-0 से जीतकर रचा इतिहास”
राशिद खान के जबरदस्त लेग स्पिन के दम पर अफगानिस्तान ने सोमवार को जिम्बाब्वे को 72 रनों से हराकर क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में खेले गए दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में शानदार जीत हासिल की। इस जीत के साथ अफगानिस्तान ने दो मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम कर ली। राशिद खान ने मैच में अपनी जादुई गेंदबाजी से विरोधी बल्लेबाजों को परेशान किया और अपने 27.3 ओवर में केवल 66 रन देकर 7 विकेट लेकर मैच में अविश्वसनीय प्रदर्शन किया। उनके इस स्पेल के कारण जिम्बाब्वे की टीम 277 रनों के लक्ष्य को प्राप्त करने में नाकाम रही और 205 रन पर ढेर हो गई।
राशिद खान को इस शानदार प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया, जबकि अफगानिस्तान के रहमत शाह को उनके शानदार बैटिंग प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया। रहमत शाह ने पहले टेस्ट में शानदार दोहरा शतक लगाया था, जिससे उन्होंने अपनी टीम को मजबूत नींव दी थी। इस टेस्ट मैच में भी उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि उन्होंने पहले अफगानिस्तान को मजबूत स्कोर 157 रन पर पहुंचाया, फिर अपनी धैर्यपूर्ण और विस्फोटक पारी के साथ टीम को 363 रन बनाने में मदद की। रहमत शाह ने 275 गेंदों पर 139 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 14 चौके शामिल थे। इसके अलावा इस्मत आलम ने भी 181 गेंदों पर 101 रन की शानदार पारी खेली।
जिम्बाब्वे की ओर से, टीम कप्तान क्रेग एर्विन 53 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। हालांकि उनकी कोशिशें टीम को जीत दिलाने में नाकाम रही, क्योंकि अफगानिस्तान की गेंदबाजी ने किसी भी जिम्बाब्वे बल्लेबाज को ज्यादा देर टिकने का मौका नहीं दिया। सिकंदर रजा और बेन कुरेन ने 38 रन बनाए, लेकिन किसी भी खिलाड़ी द्वारा बड़ी पारी का समर्थन न मिलने के कारण जिम्बाब्वे की टीम केवल 205 रन पर ऑल आउट हो गई।
अफगानिस्तान की गेंदबाजी विभाग के लिए राशिद खान की शानदार भूमिका के साथ बाएं हाथ के स्पिनर जिया-उर-रहमान ने भी 15 ओवर में 44 रन देकर दो महत्वपूर्ण विकेट झटके। जिम्बाब्वे के गेंदबाज ब्लेसिंग मुजाराबानी ने 29 ओवरों में 95 रन देकर छह विकेट हासिल किए, लेकिन अफगानिस्तान ने 363 रनों के स्कोर के बावजूद जिम्बाब्वे को फिर से शिकस्त दी। रिचर्ड नगारवा और सिकंदर रजा ने भी एक-एक विकेट लिया, लेकिन वे टीम को वापसी दिलाने में सफल नहीं रहे।
अफगानिस्तान के खिलाफ जिम्बाब्वे का बल्लेबाजी प्रयास कभी भी 277 रनों के लक्ष्य के करीब नहीं पहुंच सका और टीम अफगानिस्तान के सामने सहजता से ढेर हो गई। इस जीत ने न केवल अफगानिस्तान को सीरीज जीत दिलाई बल्कि उनके खिलाड़ियों के आत्मविश्वास में भी वृद्धि की।