आईआईएम रायपुर में दो दिवसीय पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम का भव्य शुभारंभ, प्रदेश के विधायकों को मिलेगी नेतृत्व कौशल की नई दिशा

रायपुर:  आईआईएम रायपुर में पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम का शुभारंभ हो गया है, जिसमें प्रदेश के सभी विधायकों को नेतृत्व, नीति निर्माण और लोक प्रशासन से जुड़ी गहन जानकारियां देने के लिए देशभर के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि यह दो दिवसीय विशेष कार्यशाला विधायकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी, क्योंकि इसमें राजनीतिक और सामाजिक जीवन में प्रभावी नेतृत्व कौशल विकसित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा।

इस कार्यक्रम के दौरान विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए अगले दस वर्षों की रणनीति, स्वास्थ्य और अधोसंरचना क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य, प्रगतिशील अर्थव्यवस्था हेतु कुशल लोक वित्त प्रबंधन, टीम प्रबंधन में दक्षता बढ़ाने के लिए अनुभवी व्यक्तियों के चयन और उनके अनुभवों का लाभ उठाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी। इन सत्रों के माध्यम से विधायकों को नीति निर्धारण की जमीनी समझ, वित्तीय संसाधनों के कुशल प्रबंधन तथा प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन मिलेगा।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम सहित प्रदेश के सभी विधायक और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हुए। विशेषज्ञों ने अपनी शोध, अनुभव और वैश्विक परिप्रेक्ष्य के आधार पर विधायकों को नए युग की चुनौतियों से निपटने और शासन प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने के गुर सिखाए।

कार्यक्रम के दौरान लोक प्रशासन, सुशासन, नीति-निर्माण, डिजिटल परिवर्तन और आर्थिक विकास के लिए प्रभावी रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई। साथ ही, विधायकों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था लागू करने और जनहित में ठोस निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने हेतु प्रायोगिक प्रशिक्षण भी दिया गया।

इस कार्यशाला का उद्देश्य राजनीतिक नेतृत्व को मजबूत बनाना, जनप्रतिनिधियों को प्रभावी प्रशासन के लिए तैयार करना और उन्हें भविष्य की संभावनाओं और चुनौतियों से परिचित कराना है। इस पहल के माध्यम से छत्तीसगढ़ को एक विकसित और आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे। विशेषज्ञों ने भी इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम राज्य की प्रगति में अहम भूमिका निभाते हैं और लोकतंत्र को मजबूत करते हैं।

यह कार्यक्रम प्रदेश की राजनीति में एक नई दिशा और सकारात्मक परिवर्तन लाने की संभावना रखता है, जहां विधायकों को अपने नेतृत्व कौशल को निखारने और जनता की बेहतरी के लिए प्रभावी योजनाएं बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा।