उपायुक्त डॉ अंजलि शर्मा ने शुरू की निरीक्षण शुरुआत
रायपुर। शहर में सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है। चौक-चौराहों व खुले स्थानों का कचरों का ढेर है। समय पर कचरा गाड़ी नहीं पहुंचने के कारण लोग कचरों को आस-पास डाल रहे हैं। इससे गंदगी और बढ़ गई है।
यदि ऐसी स्थिति रही तो स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर निगम रायपुर कैसे जगह बना पाएगी। हालांकि निगम स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियों में जुट गया है। नगर निगम के अधिकारी शहर में घूम-घूमकर सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। शहर की सफाई को लेकर इन दिनों व्यस्त नजर आ रहे हैं। क्योंकि स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरूआत हो गई है। सोमवार से नगर निगम की उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा ने निरीक्षण की शुरुआत कर दी है। इस दौरान उन्होंने जोन 9 क्षेत्र में मिशन जोन नोडल अधिकारी सैयद जोहेब और जोन स्वास्थ्य अधिकारी उमेश नामदेव के साथ अवंति विहार कॉलोनी के मुख्य मार्ग, सुलभ शौचालय और तालाब की सफाई का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने सफाई से संबंधित कई आवश्यक निर्देश भी दिए। उपायुक्त ने तेलीबांधा चौक बाजार के पास एक सेल्फी पॉइंट बनाने का निर्देश भी दिया। इस संबंध में नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने कहा कि यह सर्वेक्षण हमारे लिए महत्वपूर्ण है। शहर के जिन क्षेत्रों में सुधार की जरुरत है। उन्हें चिन्हांकित किया जा रहा है। जहां-जहां शिकायत मिल रही है कार्रवाई भी जारी है।
शहर में सफाई की स्थिति गंभीर
जहां एक ओर शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी की जा रही है, वहीं दूसरी ओर शहर के चौक-चौराहों और नालियों में गंंदगी की स्थिति बनी हुई है। नगर निगम की सफाई व्यवस्था फिलहाल सही नहीं दिख रही है। हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनियों में गंदगी से लोग खासे परेशान हैं। असल में, निगम की कचरा एकत्रित करने वाली गाड़ी समय पर नहीं पहुंच पा रही है और अगर पहुंच रही है, तो सप्ताह में एक या दो बार ही। यह समस्या शहर के विभिन्न वार्डों में भी देखने को मिल रही है, चाहे वह कामरेड सुधीर मुखर्जी वार्ड हो, रवींद्रनाथ टैगोर वार्ड हो या ब्रिगेडियर उस्मान वार्ड के निवासी हों, सभी सफाई की समस्या से जूझ रहे हैं।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध का असर न के बराबर
1 जुलाई 2022 से छत्तीसगढ़ में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध है और केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत राज्य सरकार ने सभी संबंधित एजेंसियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। हालांकि ढाई साल बाद भी सिंगल यूज प्लास्टिक का निर्माण और इस्तेमाल जारी है। इसके अलावा, राजधानी रायपुर के चारों ओर चल रहे बड़े निर्माण कार्यों से धूल और मलबा फैल रहा है, जिससे शहरवासियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं।