महाकुंभ में मची भगदड़ से मचा हाहाकार, गौतम अडानी ने जताया गहरा दुख और हरसंभव मदद का किया वादा
महाकुंभ में आस्था का महासंगम उस समय मातम में बदल गया जब बीती रात भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अब तक 20 श्रद्धालुओं की मौत होने की खबर है, जबकि 50 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। हालांकि, अब तक प्रशासन की ओर से मृतकों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। मौके पर प्रशासन और पुलिस की टीम राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है, और घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पूरे महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। प्रशासन लगातार श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील कर रहा है ताकि किसी और अप्रिय घटना से बचा जा सके। मौके पर दर्जनों एंबुलेंस तैनात कर दी गई हैं और चिकित्सा सेवाएं तेज कर दी गई हैं ताकि घायलों को तुरंत आवश्यक इलाज मिल सके।
गौतम अडानी ने जताया गहरा दुख, हरसंभव मदद का दिया आश्वासन
भगदड़ की इस दुखद घटना पर बिजनेसमैन गौतम अडानी ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा—
“महाकुंभ में घटी इस हृदयविदारक घटना से हम अत्यंत व्यथित हैं। दिवंगत आत्माओं को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि एवं शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। महाकुंभ में मौजूद अदाणी परिवार के सदस्य और संपूर्ण अदाणी समूह मेला प्रशासन एवं राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रभावित परिवारों की हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
गौतम अडानी द्वारा यह बयान आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि अदाणी समूह भी राहत कार्यों में सक्रिय रूप से सहयोग करेगा।
कैसे मची भगदड़? प्रशासन ने क्या कहा?
शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, भगदड़ की घटना रात करीब 2 बजे उस वक्त हुई जब श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी थी और सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई। हालांकि अभी तक स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि अत्यधिक भीड़ के कारण अव्यवस्था पैदा हो गई थी, जिससे यह हादसा हुआ।
जैसे ही भगदड़ की सूचना प्रशासन को मिली, तुरंत अतिरिक्त पुलिस बल और आपदा प्रबंधन की टीमों को मौके पर भेजा गया। प्रशासन की प्राथमिकता भीड़ को नियंत्रित करने और घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करने की रही।
सरकारी बयान में कहा गया है—
“हमारी टीम स्थिति को नियंत्रित करने में लगी हुई है। प्रशासन सभी श्रद्धालुओं से अपील करता है कि वह शांति और संयम बनाए रखें। मेले में आने वालों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं और भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।”
मेला क्षेत्र में मजबूत की गई सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं, जिससे भीड़ नियंत्रण प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाता है। इस हादसे के बाद प्रशासन ने सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। पुलिस बलों की संख्या बढ़ाई जा रही है और पूरे इलाके में CCTV कैमरों से निगरानी तेज कर दी गई है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मेगा इवेंट्स में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। प्रशासन लगातार यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।