केएल राहुल के रणजी ट्रॉफी सेशन में दिखी खास तैयारी, इंग्लैंड वनडे और चैंपियंस ट्रॉफी से पहले आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश
दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल इन दिनों अपनी फॉर्म और लय को सुधारने में जुटे हुए हैं। आगामी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले वह अपनी बल्लेबाजी को और धारदार बनाने के लिए रणजी ट्रॉफी के जरिए अपनी लय तलाश रहे हैं। राहुल इस समय कर्नाटक रणजी टीम के साथ हरियाणा के खिलाफ एक अहम मैच की तैयारियों में व्यस्त हैं, जिसे उनकी अंतरराष्ट्रीय वापसी से पहले का महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है। बुधवार को केएससीए (बी) मैदान पर उनके 40 मिनट के नेट सेशन में सावधानी, अनुशासन और रणनीति की झलक साफ दिखी।
रणजी ट्रॉफी से वापसी की ओर कदम
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद अपने पहले प्रतिस्पर्धी घरेलू मैच में राहुल कर्नाटक टीम के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी करेंगे। यह रणजी मैच न सिर्फ उनकी मैच फिटनेस की परीक्षा है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय वनडे और चैंपियंस ट्रॉफी से पहले उनका आत्मविश्वास बढ़ाने का भी जरिया होगा। भारत के लिए वनडे क्रिकेट में वह नंबर पांच के बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं, और यह स्थिति बल्लेबाजी की मध्य और अंतिम चरण को नियंत्रित करने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होती है।
रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में कर्नाटक के लिए राहुल की भूमिका अहम होने वाली है। एलीट ग्रुप सी में अपनी टीम को नॉकआउट में पहुंचाने की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर होगी। उनके बल्ले से बड़े स्कोर निकलते हैं तो कर्नाटक के लिए इस लीग मैच का समीकरण आसान हो जाएगा और उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज से पहले अतिरिक्त आत्मविश्वास भी मिलेगा।
केएल राहुल की बल्लेबाजी स्थिति और आंकड़ों पर एक नजर
राहुल अब तक 30 वनडे पारियों में नंबर पांच पर बल्लेबाजी कर चुके हैं, जहां उनका औसत शानदार 57.2 का रहा है। उन्होंने इस पोजीशन पर 1259 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और नौ अर्धशतक शामिल हैं। यह आंकड़े दिखाते हैं कि वह मध्य क्रम के बेहद प्रभावशाली बल्लेबाज हैं और टीम इंडिया के लिए यह स्थान उनके लिए सबसे ज्यादा अनुकूल है।
स्पिनरों के खिलाफ उनकी बैटिंग दक्षता:
- लेग स्पिनरों के खिलाफ उनका स्ट्राइक रेट 89 है और उन्होंने औसत 47.6 से 31 पारियों में 381 रन बनाए हैं।
- ऑफ-स्पिनरों के खिलाफ उन्होंने 47.6 के औसत से 53.9 स्ट्राइक रेट के साथ 35 पारियों में 377 रन जोड़े हैं।
- इंग्लैंड, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मुकाबलों में उन्हें मिशेल सेंटनर जैसे मजबूत लेफ्ट-आर्म स्पिनर्स से निपटना होगा।
वनडे और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयारियों का अंतिम चरण
भारत और इंग्लैंड के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज 6 फरवरी से शुरू होने वाली है। इस सीरीज को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारियों का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है। दुबई में आयोजित होने वाली इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए राहुल की भूमिका अहम मानी जा रही है। यही वजह है कि रणजी ट्रॉफी के जरिए राहुल अपनी लय और खेल पर फोकस कर रहे हैं, ताकि वह अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।
नेट सेशन की खास झलकियां
- नेट सेशन के दौरान राहुल ने बेहद नपे-तुले शॉट्स खेले, किसी भी प्रकार की जल्दबाजी नहीं दिखाई।
- तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों के खिलाफ उन्होंने ध्यानपूर्वक खेलते हुए अपनी तकनीक को मजबूत बनाए रखने पर फोकस किया।
- इस दौरान उन्होंने अपनी फॉर्म पर संतोष जताते हुए कुछ प्रशंसकों को ऑटोग्राफ भी दिए और उनके साथ सेल्फी भी खिंचवाई।
रणनीतिक रूप से यह वापसी क्यों जरूरी?
चोटों और अनियमित प्रदर्शन के कारण राहुल पिछले कुछ समय में टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं, लेकिन जब भी उन्हें अवसर मिला, उन्होंने अपनी योग्यता को साबित किया है। इंग्लैंड के खिलाफ यह सीरीज उनके लिए सिर्फ एक और सीरीज नहीं, बल्कि उनकी दीर्घकालिक वापसी का आधार बन सकती है।
इस रणजी ट्रॉफी के जरिए उनके पास
- मैच फिटनेस को टेस्ट करने,
- लंबी पारियां खेलने के लिए लय पाने,
- तेज और स्पिन दोनों तरह के गेंदबाजों के खिलाफ अपनी रणनीति मजबूत करने
का मौका है, जिससे आगामी वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी में उनकी स्थिति मजबूत होगी।
केएल राहुल भारतीय क्रिकेट टीम के बेहद महत्वपूर्ण बल्लेबाजों में से एक हैं, जो सभी प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। उनकी तकनीकी क्षमता और क्रिकेटिंग समझ उन्हें टीम का प्रमुख स्तंभ बनाती है। ऐसे में रणजी ट्रॉफी से उनकी सतर्क वापसी और इंग्लैंड वनडे एवं चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयारियों पर विशेष नजर रखी जाएगी। अगर राहुल कर्नाटक के लिए अच्छे रन बनाते हैं, तो यह आने वाले महीनों में भारतीय टीम के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा।