दिल्ली की पहली महिला भाजपा मुख्यमंत्री बनीं रेखा गुप्ता, ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा समेत 6 मंत्रियों ने संभाला पद

दिल्ली:  दिल्ली की राजनीति में 27 साल बाद एक नया युग शुरू हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 26 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद सत्ता में वापसी करते हुए रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री के रूप में दिल्ली की बागडोर सौंपी। उन्होंने राजधानी की चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की, जो भाजपा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण रहा। उनके साथ छह अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली, जिससे दिल्ली की नई सरकार का गठन हुआ।

शपथ ग्रहण समारोह रामलीला मैदान में हुआ, जहां लाखों की भीड़ उमड़ी और पूरा मैदान भाजपा समर्थकों से खचाखच भरा हुआ नजर आया। समारोह में देशभर के प्रमुख नेता, धार्मिक गुरु, विशिष्ट अतिथि और भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद थे।

कैबिनेट मंत्रियों की सूची: मुख्यमंत्री के साथ 6 नेताओं ने ली शपथ

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में छह कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने सबसे पहले मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई, जिसके बाद अन्य मंत्रियों ने पद की शपथ ली।

शपथ लेने वाले मंत्री इस प्रकार हैं:

  1. प्रवेश वर्मा
  2. आशीष सूद
  3. मनजिंदर सिंह सिरसा
  4. रविंदर इंद्राज सिंह
  5. कपिल मिश्रा
  6. पंकज कुमार सिंह

शपथ ग्रहण समारोह: भव्य आयोजन के गवाह बने लाखों लोग

रामलीला मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह ऐतिहासिक रहा। इसके लिए तीन अलग-अलग मंच तैयार किए गए थे—

  1. मुख्य मंच: जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना, नव-निर्वाचित मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री उपस्थित थे।
  2. धर्मगुरुओं और विशिष्ट अतिथियों का मंच: जिसमें विभिन्न धर्मों के प्रमुख संत, महंत, गुरुद्वारे के प्रतिनिधि, मुस्लिम धर्मगुरु और जैन मुनि शामिल थे।
  3. संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम का मंच: जहां कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं।

रेखा गुप्ता: पहली बार विधायक से सीधे मुख्यमंत्री तक का सफर

रेखा गुप्ता ने हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में पहली बार विधायक के रूप में जीत दर्ज की और फिर भाजपा विधायक दल की बैठक में उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया।

  • उन्होंने शालीमार बाग विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार बंदना कुमारी को 29,595 वोटों के अंतर से हराया।
  • यह जीत न सिर्फ भाजपा बल्कि दिल्ली की राजनीति में एक नया बदलाव लेकर आई, क्योंकि भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी की, जबकि आम आदमी पार्टी सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई।

रेखा गुप्ता का बयान: ‘यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि देश की हर बेटी का है’

मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद, रेखा गुप्ता ने पहली बार मीडिया से बातचीत करते हुए कहा—

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की जनता के लिए जो विजन दिया है, उसे पूरा करना मेरी प्राथमिकता होगी। पीएम मोदी का तहे दिल से आभार जताना चाहती हूं कि यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है, बल्कि यह देश की हर मां-बेटी का सम्मान है।”

दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा की ऐतिहासिक वापसी

भाजपा की दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी कई मायनों में ऐतिहासिक है। 1998 के बाद से भाजपा को हर विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार मोदी लहर और संगठनात्मक रणनीति ने पार्टी को जबरदस्त जीत दिलाई।

1998 के बाद दिल्ली में सत्ता इस तरह रही—

  • 1998-2013: शीला दीक्षित (कांग्रेस)
  • 2013-2014: अरविंद केजरीवाल (AAP) (49 दिनों की सरकार)
  • 2015-2025: अरविंद केजरीवाल (AAP)
  • 2025 से: रेखा गुप्ता (भाजपा)

रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर: संघर्ष और सफलता की कहानी

रेखा गुप्ता ने 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से छात्र राजनीति की शुरुआत की और ABVP के तहत 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव बनीं। 1996-97 में वह DUSU की अध्यक्ष बनीं और छात्र राजनीति में मजबूती से उभरीं।

  • 2002 में भाजपा में शामिल हुईं और पार्टी की युवा शाखा की राष्ट्रीय सचिव रहीं।
  • 2007 में उत्तरी पीतमपुरा से पहली बार पार्षद चुनी गईं।
  • 2012 और 2017 में दोबारा पार्षद बनीं और MCD में महिला कल्याण और बाल विकास समिति की अध्यक्ष रहीं।
  • 2015 और 2020 में विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद संगठन में सक्रिय रहीं और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनीं।
  • 2025 में पहली बार विधायक बनीं और मुख्यमंत्री पद तक पहुंचीं।

भविष्य की योजनाएं: दिल्ली की नई सरकार किन मुद्दों पर करेगी काम?

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनकी कैबिनेट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी सरकार दिल्ली को एक विकसित और आधुनिक राजधानी बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।

प्रमुख कार्यों में शामिल होंगे—
✅ महिला सुरक्षा: महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर, विशेष पुलिस बल और सुरक्षा गारंटी योजनाएं।
✅ बिजली-पानी सुधार: दिल्ली में निर्बाध बिजली और स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करना।
✅ यातायात और बुनियादी ढांचा: फ्लाईओवर, मेट्रो विस्तार, नई सड़कें और बेहतर सार्वजनिक परिवहन।
✅ शिक्षा सुधार: सरकारी स्कूलों को आधुनिक बनाना, डिजिटल शिक्षा पर जोर देना।
✅ स्वास्थ्य सेवाएं: अस्पतालों का विस्तार, नए स्वास्थ्य केंद्र खोलना।