15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश: ‘जागरुक और जिम्मेदार मतदाता ही लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं’

नई दिल्ली:  15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को संबोधित करते हुए भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और पारदर्शिता के लिए चुनाव आयोग की सराहना की। राष्ट्रपति ने विशेष रूप से चुनाव प्रक्रिया को बेहतर और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए नई तकनीकों और उन्नत सॉफ़्टवेयर के इस्तेमाल की दिशा में चुनाव आयोग द्वारा किए गए प्रयासों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारतीय चुनाव प्रणाली में निरंतर सुधार और उन्नति से लोकतंत्र को और सशक्त किया जा रहा है, और भारत के चुनाव वैश्विक स्तर पर एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि लोकतंत्र में विश्वास रखने के साथ-साथ मतदाताओं का कर्तव्य है कि वे अपनी पसंद का चुनाव करते समय संकीर्णता, भेदभाव और प्रलोभनों से ऊपर उठें। उन्होंने यह बात भी साझा की कि जागरुक और जिम्मेदार मतदाता ही लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने नागरिकों से अपने मताधिकार का पूरी तरह से उपयोग करने और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुनिश्चित करने के लिए आग्रह किया।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू भी मौजूद थे। इस आयोजन ने 25 जनवरी 1950 को भारतीय चुनाव आयोग की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ भी मनाई, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पिछले 15 वर्षों से राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य मतदाताओं को उनके अधिकार और कर्तव्य के प्रति जागरूक करना है और चुनाव प्रक्रिया में अधिक सहभागिता को बढ़ावा देना है।