मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में फर्जी एडीएम बनकर वीआईपी दर्शन की कोशिश, पुलिस ने किया गिरफ्तार
मेहंदीपुर : राजस्थान के प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में वीआईपी दर्शन की जुगत में झूठ बोलना एक युवक को महंगा पड़ गया। खुद को दिल्ली का एडीएम बताकर वीआईपी प्रोटोकॉल और विशेष एस्कॉर्ट सुविधा मांग रहे युवक पर पुलिस को शक हुआ, जिसके बाद उसकी पोल खुल गई। घटना सोमवार शाम की है, जब प्रयागराज, उत्तर प्रदेश का रहने वाला पवन कुमार उर्फ वरुण पांडेय मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचा। उसने पुलिस बैरिकेडिंग पर खुद को दिल्ली का एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (एडीएम) सिटी बताते हुए वीआईपी पास और विशेष सुरक्षा व्यवस्था की मांग की। लेकिन जब पुलिस ने उसकी पहचान सत्यापित करने के लिए आईडी कार्ड मांगा, तो उसने दिखाने से इनकार कर दिया और बहस करने लगा।
युवक की संदिग्ध हरकतों को देखते हुए पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर गहराई से पूछताछ की, जिसके बाद सच्चाई सामने आ गई। आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने भीड़ से बचने और बिना लंबी कतार में लगे मंदिर के दर्शन करने के लिए यह झूठ बोला था। हालांकि, जब पुलिसकर्मियों ने उसे घेरना शुरू किया, तो वह घबरा गया और बहस करने लगा। उसकी बढ़ती हुई बहस और धमकी भरे लहजे को देखते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और एसडीएम कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने बताया कि आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की, लेकिन शक होने पर जब उसे सख्ती से पूछताछ के लिए रोका गया, तो वह घबरा गया और अंततः झूठ का पर्दाफाश हो गया। पुलिस की सतर्कता से न केवल एक फर्जी अधिकारी को पकड़ लिया गया, बल्कि यह भी साबित हो गया कि मंदिर प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह मुस्तैद है। अब आरोपी को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, और यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक बन सकती है, जो गलत तरीके से वीआईपी दर्जा पाने की कोशिश करते हैं।