2023 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई

नई दिल्ली: केंद्र ने कल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। 106 पद्म पुरस्कारों में छह पद्म विभूषण, नौ पद्मभूषण और 91 पद्मश्री पुरस्कार हैं। पुरस्कार पाने वालों में 19 महिलाएं हैं।

ओआरएस के जनक दिलीप महालनोबिस को बाल चिकित्सा के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। समझा जाता है कि ओआरएस ने विश्व स्तर पर पांच करोड़ से अधिक लोगों की जान बचाई है।

समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को सार्वजनिक कार्यों के लिए मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया जाएगा। प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।

पद्मभूषण पुरस्कार प्राप्त करने वालों में कन्नड़ उपन्यासकार और पटकथा लेखक एस.एल. भाईरप्पा, उद्योगपति कुमार मंगलम बिरला और लेखक तथा समाजसेवी सुधा मूर्ति शामिल हैं।

अंडमान के सेवानिवृत्त डॉक्टर रतन चंद्र कार को उत्तरी सेंटिनल से 48 किमी दूर एक द्वीप में जारवा जनजाति के साथ काम करने वाले के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

गुजरात में सामाजिक कार्यकर्ता और सिद्दी जनजाति के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली श्रीमती हीराबाई लोबी को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। हेराका धर्म के संरक्षण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर देने वाले नागालैंड के सामाजिक कार्यकर्ता रामकोई वांगवे न्‍यूमे को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्मश्री दिया गया है।

ज़हरीले सांपों को पकड़ने में माहिर इरुला जनजाति के वडिवेल गोपाल और मासी सदाइयां को पशु कल्‍याण के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा।

98 वर्षीय किसान तुला राम उप्रेती को पारम्‍परिक तरीकों से जैविक खेती के लिए पद्मश्री से सम्‍मानित किया जा रहा है। कांकेर में गोंड जनजाति के काष्‍ठकार अजय कुमार मांडवी को काष्‍ठकला के लिए पद्मश्री दिया जाएगा। कश्‍मीर में आठ पीढि़यों से संतूर बनाने वाले परिवार के गुलाम मोहम्‍मद जाज़ को कला के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्‍मानित किया जाएगा।

ये पुरस्‍कार अप्रैल महीने में राष्‍ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रदान किए जाते हैं।