सीमा व्यापार को मिलेगा बढ़ावा: असम में भारत-भूटान का पहला आईसीपी लॉन्च

 गुवाहाटीअसम के दारंगा में भारत-भूटान सीमा पर पहला एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) स्थापित किया गया है, जो दोनों देशों के बीच व्यापार और संपर्क को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। 14.5 एकड़ में फैला यह अत्याधुनिक चेक पोस्ट भारत-भूटान सीमा से लगभग 700 मीटर अंदर स्थित है। इसका उद्घाटन असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य और भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे द्वारा गुरुवार को किया गया।

इस आईसीपी में व्यापारिक गतिविधियों और सीमा प्रबंधन को सुचारू रूप से चलाने के लिए अनेक अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इसमें सीमा पर आयात-निर्यात किए जाने वाले सामानों के लिए व्यापक जांच व्यवस्था की गई है। चेक पोस्ट में अधिकारियों के कार्यालय, पार्किंग स्थल, सामान लादने और उतारने की जगह, वजन मापने के लिए उपकरण, गोदाम, और अधिकारियों के लिए आवासीय सुविधा शामिल है, जो वहां कार्यरत अधिकारियों को आरामदायक वातावरण प्रदान करेगा।

इस चेक पोस्ट का निर्माण लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी द्वारा किया गया है, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापारिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना है। भारत की तरफ से राष्ट्रीय राजमार्ग 27 इस चेक पोस्ट को जोड़ता है, जबकि भूटान की तरफ सामद्रुप-जोंगखार राजमार्ग से जुड़ाव है, जिससे दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यह चेक पोस्ट न केवल व्यापार में सहूलियत प्रदान करेगा बल्कि दोनों देशों के आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने में सहायक होगा।

दारंगा स्थित यह चेक पोस्ट एक रणनीतिक स्थान पर स्थित है, जो भारत-भूटान के व्यापारिक संबंधों को सुगम बनाएगा और सीमा पर गतिविधियों में अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा लाएगा। इसके उद्घाटन के साथ ही दोनों देशों को उम्मीद है कि भविष्य में इस चेक पोस्ट के जरिए अधिक व्यापारिक अवसर पैदा होंगे और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।