“छत्तीसगढ़ में सांस्कृतिक समृद्धि की ओर एक कदम: मुख्यमंत्री ने महोत्सव का किया उद्घाटन”
रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के रोहिणीपुरम स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में क्षेत्रीय संस्कृति महोत्सव 2024 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ने और उन्हें संस्कारवान बनाने के लिए विद्या भारती की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह तीन दिवसीय महोत्सव बच्चों को उनके सांस्कृतिक गौरव से परिचित कराने के साथ-साथ उन्हें नैतिक और सामाजिक मूल्यों की भी सीख देगा।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरस्वती शिशु मंदिर रोहिणीपुरम में नई शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन के लिए 50 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी। उनका मानना है कि नई शिक्षा नीति बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होगी और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएगी। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए उन्हें निरंतर मेहनत करने के लिए प्रेरित किया, जिससे वे अपने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
कार्यक्रम में रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ नई शिक्षा नीति को लागू करने वाला पहला राज्य है। उन्होंने खरोरा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में सांस्कृतिक भवन के निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की मंजूरी दी। इस पहल से बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने और अपने कौशल को विकसित करने का अवसर मिलेगा।
कार्यक्रम में विद्या भारती के पदाधिकारी भाल चंद्र रावले, प्रकाश ठाकुर और शशिकांत फड़के ने भी अपने विचार रखे, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ गई। इसके अलावा, विधायक मोतीलाल साहू और पुरंदर मिश्रा, विद्या भारती के सचिव विवेक सक्सेना, वल्लभ लाहोटी, अन्य गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी इस महत्वपूर्ण आयोजन में शामिल हुए।
इस महोत्सव ने न केवल सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा दिया, बल्कि बच्चों के बीच शिक्षा और संस्कृति के मेल को भी साकार किया। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में, यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के विकास और उसकी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।