पाकिस्तान के विकास और स्थिरता के लिए विश्व बैंक ने दिया 40 बिलियन डॉलर के सहायता पैकेज की योजना का प्रस्ताव
इस्लामाबाद : विश्व बैंक ने पाकिस्तान के लिए 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर के विशाल सहायता पैकेज की योजना बनाई है, जिसमें 20 बिलियन डॉलर की धनराशि उसके मुख्य वित्तीय कार्यक्रमों से और 20 बिलियन डॉलर अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) और बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (MIGA) की ओर से प्रदान किए जाएंगे। यह 10-वर्षीय योजना 2025 से 2035 के बीच लागू की जाएगी और पाकिस्तान में विकास, स्थिरता और उत्पादकता बढ़ाने के लिए क्रांतिकारी पहल होगी।
पाकिस्तान कंट्री पार्टनरशिप फ्रेमवर्क 2025-35
इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश की वित्तपोषित परियोजनाओं को राजनीतिक अस्थिरता और सत्ता परिवर्तन के दौरान आने वाले व्यवधानों से बचाना है। साथ ही, यह विभिन्न प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में संरचनात्मक सुधारों को बढ़ावा देगा, जो पाकिस्तान के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य को स्थायी रूप से बदलने की क्षमता रखते हैं।
मुख्य लक्ष्य और प्राथमिकताएं:
- बाल कुपोषण और बौनेपन में कमी:
बच्चों में पोषण स्तर बढ़ाने और बौनेपन की समस्या से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी सुधार किए जाएंगे। - गरीबी उन्मूलन:
समावेशी आर्थिक नीतियों और रोजगार के अवसरों के जरिए लाखों लोगों को गरीबी के चंगुल से बाहर निकालने का लक्ष्य। - जलवायु परिवर्तन से निपटना:
पाकिस्तान की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की क्षमता को सुदृढ़ करना, विशेष रूप से बाढ़ और सूखे जैसी चुनौतियों का सामना करना। - डीकार्बोनाइजेशन:
औद्योगिक और ऊर्जा क्षेत्रों को डीकार्बोनाइज करके पर्यावरण की रक्षा और जलवायु संकट को कम करने के लिए नीतियों का समर्थन। - निजी निवेश में बढ़ावा:
उत्पादकता बढ़ाने और आर्थिक प्रगति को तेज करने के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करना। - पर्यावरणीय और संरचनात्मक स्थिरता:
टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक पर्यावरणीय और आर्थिक स्थिरता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
पैकेज का वित्तपोषण और संरचना
विश्व बैंक के अनुदान और ऋण:
- 14 बिलियन अमेरिकी डॉलर अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (IDA) के माध्यम से प्रदान किए जाएंगे।
- शेष 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर अधिक ब्याज दर वाली विंडो के माध्यम से दिए जाने की उम्मीद है।
अन्य शाखाओं का योगदान:
- अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) और बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (MIGA) का 20 बिलियन डॉलर का अतिरिक्त योगदान, जिससे कुल पैकेज 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर का होगा।
सियासी चुनौतियों से बचाव
विश्व बैंक का यह कार्यक्रम पाकिस्तान की अस्थिर राजनीति और सरकारी परिवर्तनों के कारण परियोजनाओं पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अगले एक दशक में होने वाले तीन आम चुनावों के मद्देनजर यह योजना स्थायित्व लाने और दीर्घकालिक लक्ष्यों को सुनिश्चित करने के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।
वैश्विक मान्यता और संभावित प्रभाव
यह पहली बार है जब विश्व बैंक ने एक देश के लिए इतनी दीर्घकालिक और व्यापक वित्तीय सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है। इस पहल से न केवल पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों पर केंद्रित विकास से देश की सामाजिक स्थिरता भी मजबूत होगी।
उपक्षेत्रीय सहयोग का विस्तार
इस पहल के माध्यम से, पाकिस्तान दक्षिण एशियाई क्षेत्र में बेहतर आर्थिक संबंध और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख भागीदार के रूप में उभरेगा।
मार्टिन रायसर का इस्लामाबाद दौरा:
दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक के उपाध्यक्ष मार्टिन रायसर का प्रस्तावित दौरा इस योजना को लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।
इस मेगा वित्तपोषण परियोजना से न केवल पाकिस्तान के सामने मौजूदा चुनौतियों का समाधान किया जा सकेगा, बल्कि यह दक्षिण एशिया के लिए एक आदर्श मॉडल भी स्थापित करेगा।