नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, चार नक्सली ढेर, एक जवान शहीद
नारायणपुर| जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया गया। यह कार्रवाई नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, और कोंडागांव जिलों की डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की संयुक्त टीम द्वारा की गई। हालांकि, इस दौरान डीआरजी के प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए।
मुठभेड़ का विवरण
सुरक्षा बलों ने 3 जनवरी को अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया था। 4 जनवरी की शाम को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई, जो रुक-रुक कर चलती रही। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया। इनके पास से अत्याधुनिक हथियार, जिनमें एके-47 और एसएलआर शामिल हैं, बरामद किए गए।
सीएम का शोक संदेश
मुठभेड़ में जवान सन्नू कारम की शहादत पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरा शोक व्यक्त किया। अपने संदेश में उन्होंने लिखा:
> “नारायणपुर और दंतेवाड़ा के सीमावर्ती दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। दुख की बात है कि डीआरजी के जवान, प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। सुरक्षाबल नक्सलवाद के खात्मे तक मजबूती से लड़ाई जारी रखेंगे। मैं ईश्वर से शहीद की आत्मा की शांति और उनके परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।”
सुरक्षाबलों की सफलता
सर्च ऑपरेशन के दौरान बरामद किए गए हथियार इस बात का संकेत हैं कि नक्सली बड़े पैमाने पर हिंसा की योजना बना रहे थे। चार नक्सलियों की मौत और उनके हथियारों की जब्ती से नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है।
जारी है सर्च अभियान
सुरक्षाबल अभी भी अबूझमाड़ के सघन जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। मुठभेड़ के दौरान बरामद किए गए हथियार और अन्य सामग्री से नक्सलियों की गतिविधियों के बारे में और जानकारी मिलने की संभावना है।
यह अभियान सुरक्षाबलों की दृढ़ संकल्प और साहस को दर्शाता है। हालांकि, जवान सन्नू कारम की शहादत पूरे देश के लिए दुखद है। नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में यह बलिदान न केवल प्रेरणा है, बल्कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम नहीं हो जाती।