युवा महोत्सव के आयोजन पर भी जिले के युवाओं का रहा दबदबा युवा महोत्सव से युवाओं की प्रतिभा में आती है निखार

महासमुंद 19 नवम्बर 2020/ राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के युवाओं को विशेष अवसर एवं मंच प्रदान करने, सांस्कृतिक गतिविधियों से युवाओं को जोड़ने तथा उनकी प्रतिभा को निखारनें के उद्देश्य से स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में युवा महोत्सव का आयोजन खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा विकासखण्ड, जिला एवं राज्य स्तर पर युवा महोत्सव का आयोजन किया जाता हैं।

जिले के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के खेल अधिकारी श्री मनोज धृतलहरे ने बताया कि युवा महोत्सव ‘‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की थीम’’ पर आधारित था। जिसमें भारतीय संस्कृति, छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक विरासत के संदर्भ में भारतीय संस्कृति, छत्तीसगढ़ संस्कृति के आधारभूत मूल्यों का प्रदर्शन किया गया।

उन्होंने बताया कि युवा महोत्सव में आयोजित विधाओं में लोकनृत्य, लोकगीत, एकांकी नाटक (हिन्दी/अंग्रेजी), हारमोनियम वादन, तबला वादन(शास्त्रीय वादन) व तात्कालिक भाषण, बांसुरी वादन (शास्त्रीय वादन), सितार वादन (शास्त्रीय वादन), वीणा वादन (शास्त्रीय वादन), शास्त्रीय गायन (हिन्दुस्तानी एवं कर्नाटक शैली) मृदंगम वादन (शास्त्रीय वादन), गिटार वादन (भारतीय या पाश्चत्य संगीत), मणीपुरी (शास्त्रीय नृत्य), ओड़िशी (शास्त्रीय नृत्य), भरतनाट्यम् (शास्त्रीय नृत्य), कत्थक (शास्त्रीय नृत्य), कुचीपुडी (शास्त्रीय नृत्य) पर विकासखण्ड एवं जिला स्तर पर आयोजन कराया गया।

इन विधाओं के अतिरिक्त सुआ, पंथी, करमा नाचा, सरहूल नाचा, बस्तरिहा लोकनृत्य, राउत नाचा, फुगड़ी, भौंरा, गेड़ी दौड़, राॅक बैण्ड, पारंपरिक वेशभूषा (विविध वेशभूषा), फूड फेस्टीवल (छत्तीसगढ़ व्यंजनों के आधार पर प्रतियोगिता) एवं चित्रकला प्रतियोगिता (छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति के चित्रण पर प्रतियोगिता) तथा कबडडी एवं खो-खो की प्रतियोगिता का आयोजन विकासखण्ड एवं जिला स्तर पर कराया गया।

इन प्रतियोगिताओं में 15 वर्ष से 40 वर्ष एवं 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में आयोजित किया गया। जिसमें जिला स्तर की प्रतियोगिता में 550 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में सम्मिलित कराया गया था। जिले की दल नें राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में 11 पदक प्राप्त कर जिले का नाम रौशन किया।