न रूकेगी पढ़ाई की तारतम्यता, न थमेगी शिक्षा की रौशनी कोविड-19 संक्रमण के दौरान पढ़ई तुंहर दुआर योजना में व्याख्याता मोन्सी वर्गीस ने बखूबी निभाया दायित्व

राजनांदगांव :- कोविड-19 की विपरीत परिस्थितियों में शासन की पढ़ई तुंहर दुआर योजना कारगर साबित हुई है। ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में बच्चों को शिक्षा से सतत जोडऩे का दायित्व शिक्षकों ने बखूबी निभाया है। बच्चों की जिंदगी में सार्थक परिवर्तन लाने की जिम्मेदारी महारानी लक्ष्मी बाई आदर्श शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला राजनांदगांव की व्याख्याता मोन्सी वर्गीस ने निभाई।

मोन्सी वर्गीस बच्चों की पढ़ाई के लिए समर्पित एवं प्रतिबद्ध है। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर ऑनलाईन क्लास के माध्यम से पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने कहा कि ऐसी कठिन समय में यह जरूरी था कि बच्चों का पढ़ाई में रूझान बना रहे।

उन्होंंने बताया कि शासन की पढ़ई तुहंर दुआर योजना के तहत वे न केवल राजनांदगांव जिले के बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहीं है, बल्कि प्रदेश के सरगुजा, बालोद, धमतरी, गरियाबंद सहित अन्य जिले के बच्चे भी लाभान्वित हो रहे हैं। डॉ. श्रीमती वर्गीस अंग्रेजी विषय की शिक्षक है और नवमीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ा रही हैं।

बच्चों के भविष्य व बौद्धिक विकास हेतु मोनसी वर्गीस ने समय का सदुपयोग करते हुए डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से मोबाइल द्वारा अंग्रेजी शिक्षा को महत्व देने और पढ़ई तुंहर दुआर घर-घर पहुंचाने के उद्देश्य की पूर्ति हेतु मोबाइल में गूगल फॉम्र्स के माध्यम से बच्चों को अंग्रेजी में अपठित गद्यांश जिसमें नैतिक शिक्षा एवं प्रेरणादायक छोटी-छोटी कहानियां का सही विकल्प का चुनाव करने हेतु लिंक निरंतर भेजती रही, इसका उद्देश्य बच्चों को कोविड-19 लॉकडाउन में अंग्रेजी पढऩा सीखने और उन्हें नैतिक शिक्षा ग्रहण करने में सहायता प्रदान करना था।

जिससे लगभग प्रतिदिन 2191 से अधिक बच्चे उस लिंक के माध्यम से अंग्रेजी विषय से जुड़े रहे इस कार्य में उन्हें उनके सही उत्तर पर तुरंत उनको अंक भी प्राप्त होने से उत्साहवर्धन हुआ। अगले दिन अपने सहपाठियों को भी उक्त प्रश्नोत्तरी के जवाब हेतु प्रोत्साहित किया अब स्थिति यह हो गई है कि बच्चे अगले दिन के लिंक के लिए इंतजार करते हैं और फोन भी करते हैं और अंग्रेजी सीखने लगे हैं एवं अंग्रेजी के प्रति रूचि दिखाने लगे हैं।

cgschool.in पढ़ई तुहंर दुआर में वेबैक्स के माध्यम से अंग्रेजी कक्षाएं ऑनलाइन का संचालन निरंतर कर रहे हैं और पाठ्यक्रम सामग्री के वीडियो एवं पीडीएफ अपलोड भी कर रहे है। ऑनलाइन क्लास में अब तक लगभग 3500 बच्चे लाभान्वित हुए है। उन्होंने बताया कि एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी ऑनलाईन पढ़ाई से जुड़े है।

मोन्सी वर्गीस ने बताया कि cgbse.nic.in (सीजीबीएसई पोर्टल) से जुड़ कर भी बच्चे आगामी ऑनलाईन कक्षाओं की विषयवार क्रमबद्ध जानकारी लेकर क्लास से जुड़ सकते है।

मोन्सी वर्गीस बच्चों को पढ़ई तुंहर दुआर एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं और उनकी मदद करती है। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा डिजिटल सामग्री के गुणवत्ता की जांच कर बेहतर सामग्री को एप्रूव करने हेतु कोरोना महामारी के समय बच्चों की अनवरत पढ़ाई जारी रखने में स्वैच्छिक रूप से भागीदारी निभाने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है।

उन्हें एन इवनिंग ऑफ स्वेरिंग्स के लिए इंडियन सोयायटी फॉर द प्रमोशन ऑफ लेंगुवेज लिटरेचर (आई स्पेल) द्वारा सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया।