पाली में सड़क हादसा: तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग से दो भाइयों की दर्दनाक मौत

कोरबा :  छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा घटनाक्रम ने पाली थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे पर हुए एक भीषण सड़क दुर्घटना में दो सगे भाइयों की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। यह हादसा तड़के सुबह करीब 5 बजे डुमरकछार मार्ग पर हुआ, जब बिलासपुर की ओर जा रही एक ट्रक और ट्रेलर के बीच भीषण टक्कर हो गई। बताया जा रहा है कि यह टक्कर तेज गति से ओवरटेक के दौरान दोनों गाड़ियों के अनियंत्रित हो जाने के कारण हुई।

इस दुर्घटना में ट्रेलर चालक और उसके हेल्पर की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों मृतक सगे भाई थे और ट्रेलर चला रहे थे। हादसे की खबर मिलते ही पाली पुलिस और 112 रेस्पॉन्स टीम तुरंत मौके पर पहुंची। घायल ट्रक चालक को 108 एम्बुलेंस की मदद से तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया। वहीं दूसरी ओर, ट्रेलर के पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण उसमें फंसे चालक और हेल्पर के शव को बाहर निकालने के लिए घंटों तक राहत कार्य चलाया गया। पुलिस ने क्रेन और गैस कटर की सहायता से कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकाला।

पुलिस ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रेलर के आगे का हिस्सा पूरी तरह पिचक गया और उसमें बैठे चालक और हेल्पर को निकलने का मौका नहीं मिला। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मार्ग पर तेज रफ्तार और ओवरटेक की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

पाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों वाहन तेजी से एक-दूसरे को ओवरटेक करने की कोशिश में थे। हादसे की वजह से नेशनल हाईवे पर करीब दो घंटे तक जाम की स्थिति रही, जिसे पुलिस ने बाद में ट्रैफिक व्यवस्था सुधार कर बहाल किया।

इस दुर्घटना ने फिर से तेज गति और लापरवाह ड्राइविंग के गंभीर परिणामों की ओर ध्यान खींचा है। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी और यातायात नियमों की अनदेखी इस तरह के हादसों के मुख्य कारण बनते जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग के सामने अब यह चुनौती है कि इस मार्ग पर सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने और तेज रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।

यह हादसा न केवल मृतकों के परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि समाज के लिए एक कड़ा संदेश भी है कि सड़क पर लापरवाही किसी के जीवन को नष्ट कर सकती है। आवश्यकता इस बात की है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए, तेज गति और ओवरटेकिंग की प्रवृत्ति पर नियंत्रण रखा जाए, ताकि इस प्रकार की त्रासद घटनाओं से बचा जा सके।