मंत्रियों के जिले में कानून व्यवस्था पर सवाल, ऑनर किलिंग के मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए गंभीर प्रश्न**  

 

नरसिंहपुर | मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के जिले में हालिया घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं।

 

बीते माह गाडरवारा में दिनदहाड़े हुई एक युवक की हत्या और अब चीचली थाना क्षेत्र में ऑनर किलिंग के मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। एक नवविवाहित जोड़े ने अपनी सुरक्षा के लिए एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन समय पर कार्रवाई न होने के कारण उनके परिवार के बीच खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें एक बुजुर्ग की मौत हो गई।

पुलिस की लापरवाही से बढ़ा मामला

शिवानी शर्मा और उनके पति अमन चौरसिया ने 28 दिसंबर को एसपी कार्यालय पहुंचकर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने परिवारों के बीच संभावित झगड़े और जान के खतरे की आशंका जताई थी। बावजूद इसके, पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके परिणामस्वरूप 3 दिन बाद दोनों परिवारों के बीच हिंसक झड़प हो गई।

परिवार की शिकायत को किया गया नजरअंदाज

शिवानी शर्मा ने आरोप लगाया कि उनके परिवार और ससुराल के रिश्तेदारों ने उन्हें और उनके पति को जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने पुलिस को सूचित किया था कि अगर कोई अनहोनी घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी आरोपियों की होगी। लेकिन उनकी शिकायत पर कार्रवाई न होने से यह घटना हुई।

कानूनी कार्रवाई और जांच का सवाल

घटना के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों पर मामला दर्ज किया और आरोपियों को जेल भेजा। हालांकि, लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एसडीओपी रत्नेश मिश्रा का कहना है कि शिकायत पत्र उनके पास नहीं पहुंचा, जो पुलिस व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है।

 

प्रेमी जोड़े की अपील

शिवानी शर्मा और अमन चौरसिया ने सरकार से पुलिस की लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी शिकायत को समय रहते गंभीरता से लिया जाता, तो उनके परिवार को यह त्रासदी झेलनी नहीं पड़ती।

 

कानून व्यवस्था पर सवाल

यह मामला नरसिंहपुर जिले की कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोग और पीड़ित परिवार अब सरकार से इस मामले में सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।