प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर पैरालंपिक एथलीट्स और उनके कोच से मुलाकात की, जहां उन्होंने खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण की जमकर सराहना की। इस दौरान एथलीट्स ने अपने अनुभव और संघर्ष की कहानियां पीएम के साथ साझा कीं। स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंतिल ने पीएम मोदी के साथ बातचीत करते हुए कहा, “यह मेरा लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है। टोक्यो पैरालंपिक के बाद आपने मुझसे दो और स्वर्ण पदक लाने का वादा लिया था, और यह पदक आपके लिए है।” सुमित की इस बात ने सभी का दिल जीत लिया और पीएम ने उनके प्रयासों की सराहना की।
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने भारतीय पैरालंपिक टीम की तारीफ करते हुए कहा कि इन एथलीट्स ने न केवल अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित किया है, बल्कि यह दिखाया है कि सीमाओं को पार करते हुए कैसे सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पैरालंपिक एथलीट्स ने ओलंपिक में देश के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतवासियों के चेहरे पर मुस्कान लौटाई है।
इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण बातें सामने आईं, जैसे कि नवदीप और शीतल देवी की जोड़ी की रील जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी, उसका जिक्र खुद पीएम ने किया। पीएम मोदी ने कहा, “दोनों की मेहनत और प्रदर्शन का असर पूरे देश ने देखा है, और इनकी कहानी प्रेरणा से भरी हुई है।” तीरंदाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली शीतल देवी और भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह की तारीफ भी पीएम ने दिल खोलकर की।
रजत पदक विजेता शरद कुमार ने पैरालंपिक में अपने योगदान पर गर्व जताते हुए कहा, “यह मेरा दूसरा पदक है, और मैं शुरू से ही इस पैरालंपिक आंदोलन से जुड़ा रहा हूं। आपकी प्रेरणा ने हमें आगे बढ़ने का हौसला दिया है, और आज भारतीय पैरालंपिक टीम एक नए मुकाम पर पहुंच चुकी है।”

पीएम मोदी ने इस दौरान खिलाड़ियों के कोचों की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोच न केवल एथलीट्स को तकनीक सिखाते हैं, बल्कि उन्हें जिंदगी जीने का तरीका भी सिखाते हैं। दिव्यांग खिलाड़ियों को तैयार करने वाले कोचों की मानसिकता और समर्पण की प्रशंसा करते हुए पीएम ने कहा, “आपका काम असाधारण है, क्योंकि आप खुद को उस स्थिति में रखते हैं जहां एथलीट होते हैं, और उन्हें सर्वश्रेष्ठ तरीके से प्रशिक्षित करते हैं।”
योगेश कथूनिया, जिन्होंने पेरिस पैरालंपिक में रजत पदक जीता, ने पीएम मोदी की योजनाओं की सराहना की और कहा, “टॉप्स, खेलो इंडिया जैसी योजनाओं ने हमें निरंतरता दी है और यह आपकी ही वजह से है कि हम 29 पदक जीत पाए। हमारे लिए पीएम का मतलब प्राइम मिनिस्टर नहीं, बल्कि परम मित्र है।”
इस आयोजन में खिलाड़ियों ने पीएम मोदी को उपहार भी दिए। जुडोका कपिल परमार ने अपना मेडल ऑटोग्राफ के लिए पीएम को दिया, जबकि हरविंदर सिंह ने एक तीर भेंट किया। अवनि लेखरा ने अपनी जर्सी भेंट की और शरद कुमार ने एक कैप गिफ्ट की। अंत में, सभी एथलीट्स ने पीएम मोदी के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाई, जो इस यादगार मुलाकात का एक खास हिस्सा बनी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एथलीट्स को उनकी जीत पर बधाई देते हुए कहा, “आपने न केवल भारत का नाम रोशन किया है, बल्कि देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हैं। आप सभी की मेहनत और संघर्ष ने हमें यह दिखाया है कि किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है, और आप सभी इस बात का जीता-जागता उदाहरण हैं।”
इस मुलाकात ने पैरालंपिक एथलीट्स को एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास दिया है, और यह भारत के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ने का काम करेगा|