“रायगढ़ अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत नई सुविधाओं की शुरुआत, बेहतर चिकित्सा सेवाओं की उम्मीद”

रायपुर :  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ सरकार शासकीय अस्पतालों में नागरिकों को दी जाने वाली चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार निरंतर कर रही है। इस नए वर्ष के शुरूआत में ही स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देशन में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं ताकि सभी नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली और सुगम चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा सकें। एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में रायगढ़ के स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़ा संत बाबा गुरु घासीदास जी स्मृति शासकीय चिकित्सालय में 1 जनवरी 2025 को शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना की नई सुविधाओं की शुरुआत की गई। इस अवसर पर रायगढ़ के स्थानीय विधायक एवं वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने इस पहल का स्वागत किया, जो जनता को और अधिक सुविधाजनक और बिना किसी समस्या के स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए किया गया है।

आयुष्मान योजना के तहत अब रायगढ़ अस्पताल में सभी तलों पर कक्ष उपलब्ध होंगे, जिससे मरीजों और उनके परिवारों को सुविधा होगी कि वे बेवजह की भीड़ और लंबी कतारों से बच सकेंगे। इसके अलावा, अस्पताल में एक नई व्यवस्था शुरू की गई है, जिसमें ओपीडी और आईपीडी मरीजों को अब जांच के लिए अलग से पर्ची कटवाने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि सभी जांच पूरी तरह से नि:शुल्क दी जाएगी। इससे मरीजों को पैसे बचाने के साथ-साथ समय की भी बचत होगी, और वे जल्दी अपने इलाज की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे।

मेडिकल कॉलेज रायगढ़ के अधिष्ठाता डॉ. विनित कुमार जैन और अस्पताल अधीक्षक डॉ. एम. के. मिंज के अनुसार, इस नए व्यवस्था के तहत आयुष्मान योजना का विस्तार अस्पताल में बेहतर सेवाओं की ओर एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। पूर्व में इस सुविधा का लाभ केवल अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास मिलता था, लेकिन अब यह पूरी अस्पताल भवन में मौजूद होगा। साथ ही अस्पताल में एक नई पहल की गई है, जिसमें अब मरीजों और उनके परिजनों से फीडबैक लेने के लिए चिकित्सा सामाजिक कार्यकर्ताओं और व्यावसायिक सलाहकारों की नियुक्ति की गई है। प्रत्येक मरीज की चिकित्सा स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन उनका फीडबैक लिया जाएगा और सुझावों एवं शिकायतों की पुनरावृत्ति में अस्पताल प्रबंधन द्वारा त्वरित समाधान किया जाएगा।

साथ ही, अस्पताल में एक सुझाव एवं शिकायत पेटी की व्यवस्था भी की गई है ताकि लोग अपनी समस्याओं और सुझावों को सीधे अस्पताल प्रशासन तक पहुंचा सकें और उनका समाधान सुनिश्चित हो सके। यह सुनिश्चित करेगा कि अस्पताल के प्रबंधन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लगातार किया जाए और जनता को एक संतोषजनक स्वास्थ्य अनुभव मिले। यह पहल छत्तीसगढ़ के शासकीय अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं के सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है और यह निश्चित रूप से जनता के लिए और भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का रास्ता खोलेगी।