कोलकाता रेप-मर्डर केस पर ममता बनर्जी ने की इस्तीफे की पेशकश, बोलीं- सीएम पद छोड़ने को तैयार

कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से उपजे विवाद के बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहली बार इस्तीफे की पेशकश की है। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद, डॉक्टरों का विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा। इस संकट के समाधान के प्रयास में ममता बनर्जी ने कहा, “मैं लोगों के हित में इस्तीफा देने को तैयार हूं।”

राज्य सरकार ने हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों के साथ गतिरोध खत्म करने के लिए सचिवालय में बातचीत का आयोजन किया था। डॉक्टरों का 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बैठक के लिए पहुंचा, लेकिन मीटिंग को लाइव प्रसारित करने की मांग पर विवाद हो गया, जिससे बातचीत विफल रही।

ममता बनर्जी ने मीडिया के सामने कहा, “हमने तीन दिनों तक इंतजार किया। मैं न्याय चाहती हूं। यह केवल डॉक्टरों का मुद्दा नहीं, बल्कि आम जनता के इलाज का मामला है।” उन्होंने देश और दुनिया के लोगों से माफी मांगते हुए कहा कि उनकी सरकार ने हरसंभव कोशिश की है, लेकिन उन्हें इसका अपमान सहना पड़ा है।

मैंने जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठने की पूरी कोशिश की। मैंने 3 दिन तक उनका इंतजार किया कि वे आएं और अपनी समस्या का समाधान करें। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार नहीं किया। मुझे खेद है। मैं इस देश और दुनिया के लोगों से माफी मांगती हूं जो उनका (डॉक्टरों) समर्थन कर रहे हैं, कृपया अपना समर्थन दें। मुझे कोई समस्या नहीं है। हम आम लोगों के लिए न्याय चाहते हैं। हम आम लोगों के इलाज के लिए न्याय चाहते हैं। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार वे अपनी ड्यूटी पर वापस आएं।

आम जनता और मरीज़ों की समस्याएं

डॉक्टरों की हड़ताल के कारण अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है, और लाखों मरीज इलाज से वंचित हो रहे हैं। इस स्थिति से चिंतित मुख्यमंत्री ने कहा कि वह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चाहतीं, बल्कि उनकी समस्याओं को सुलझाना चाहती हैं। “वे युवा हैं, हम उन्हें माफ कर देंगे,” ममता ने कहा।

हालांकि, जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।