रीवा-रांची हाईवे पर भीषण हादसा: खलासी की मौत, चालक गंभीर रूप से घायल

सोनभद्र:   सड़क सुरक्षा को लेकर तमाम दावों और यातायात माह में जागरूकता अभियानों के बावजूद सड़कों पर होने वाले हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिपरी थाना क्षेत्र के वन देवी मंदिर के पास रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार शाम एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हुई। इस हादसे में एक हाईवा ट्रक के खलासी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के कारण हाईवे पर कुछ समय तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही, और यातायात भी बाधित रहा।

घटना उस समय हुई जब अनपरा की ओर से कोयला लोड कर एक हाईवा ट्रक रेणुकूट की ओर जा रहा था। वन देवी मंदिर के पास मोड़ पर अचानक वह हाईवा खराब होकर सड़क पर खड़ा हो गया। इसी दौरान, तेज रफ्तार में पीछे से आ रहा एक दूसरा हाईवा ट्रक, जो ओवरटेक करने की कोशिश में था, खड़े हाईवा को देख नहीं सका और जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि खड़े हाईवा का पिछला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

टक्कर मारने वाले हाईवा का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, और उसमें बैठे खलासी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद हाईवे पर लगभग आधे घंटे तक जाम की स्थिति रही।

घटना की जानकारी मिलते ही पिपरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। घायल चालक को तुरंत रेणुकूट के हिण्डाल्को अस्पताल भेजा गया, जबकि मृत खलासी के शव को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए दुद्धी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। पुलिस ने घटनास्थल पर फंसे वाहनों को व्यवस्थित करके हाईवे पर यातायात सामान्य कर दिया।

चश्मदीदों के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण तेज रफ्तार और खराब सड़क व्यवस्था थी। वन देवी मंदिर के पास का मोड़ ढलान भरा और जोखिमपूर्ण है। ऐसे में खड़ा वाहन और ओवरटेक करने की कोशिश हादसे का कारण बना।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दुर्घटना में शामिल वाहन नंबर यूपी 64-एटी-2954 हाईवा अनपरा से रेणुकूट की तरफ जा रहा था और वन देवी मंदिर के पास खराब हो गया था। वहीं, यूपी 53-एचटी-0675 हाईवा, जो सीजी 15-एसी-4171 को ओवरटेक कर रहा था, खड़े हाईवा से टकरा गया।

यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करता है। खराब वाहनों को सड़क किनारे खड़ा करना और तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन, दोनों ही इस तरह की दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण बनते हैं।

इस घटना ने न केवल एक अनमोल जीवन को छीन लिया बल्कि सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियानों और ट्रैफिक मैनेजमेंट की कमजोरियों को भी उजागर किया। जरूरत है कि सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और हाईवे पर जोखिमपूर्ण स्थानों पर उचित संकेतक और ट्रैफिक नियंत्रण उपाय किए जाएं।