“स्वास्थ्य सचिव ने एमपॉक्स पर जारी की एडवाइजरी: राज्यों को घबराहट रोकने और जागरूकता बढ़ाने के निर्देश”
स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने हाल ही में एमपॉक्स के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक महत्वपूर्ण परामर्श जारी किया है। इस पत्र में, उन्होंने एमपॉक्स की स्थिति पर प्रकाश डाला और इसे नियंत्रित करने के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यों की एक विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की है। भारत में एमपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए, यह सलाह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका उद्देश्य समुदायों में जागरूकता बढ़ाना और लोगों में घबराहट को रोकना है।
स्वास्थ्य सचिव के अनुसार, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह अपेक्षा की गई है कि वे लोगों को बीमारी के लक्षणों, इसके प्रसार के तरीकों और समय पर रिपोर्टिंग के महत्व के बारे में सही जानकारी प्रदान करें। यह समझना आवश्यक है कि किसी भी तरह की घबराहट को रोकने के लिए निवारक उपायों के बारे में सही जानकारी का संचार करना महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य सचिव ने संदिग्ध और पुष्ट मामलों की देखभाल के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन सुविधाओं की पहचान करने और उनकी उचित तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने आवश्यक रसद, प्रशिक्षित मानव संसाधनों की उपलब्धता और इनके विस्तार की योजना बनाने पर भी जोर दिया। स्वास्थ्य सचिव का यह पत्र न केवल एमपॉक्स के प्रभावी प्रबंधन के लिए आवश्यक उपायों को रेखांकित करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि स्वास्थ्य सेवाओं का वितरण प्रभावी और समय पर हो।
अपूर चंद्रा ने सभी संबंधित अधिकारियों को इस विषय पर सख्ती से निगरानी रखने और जरूरत पड़ने पर तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अनावश्यक डर फैलाने से बचना चाहिए, जबकि सतर्क रहने के महत्व को भी बताया है। इस प्रकार, यह परामर्श सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है।