गौतमबुद्ध नगर: बेटी ने प्रेमी संग रची माता-पिता की हत्या की साजिश, अदालत ने सुनाई उम्रकैद की सजा

ग्रेटर नोएडा:  गौतमबुद्ध नगर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्र मोहन श्रीवास्तव की अदालत ने एक चौंकाने वाले मामले में मंगलवार को बेटी कोमल को अपने प्रेमी के साथ मिलकर माता-पिता की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। साथ ही अदालत ने दोषी पर 46 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। यह मामला अगस्त 2016 का है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी।

हत्या और साजिश की कहानी:

बादलपुर के बंबावड़ गांव निवासी वेद प्रकाश और उनकी पत्नी उकलेश की हत्या एक सुनियोजित साजिश का नतीजा थी। यह साजिश उनकी नाबालिग बेटी कोमल और उसके प्रेमी प्रमोद ने रची थी। प्रमोद गांव में इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान चलाता था और कोमल के साथ उसके प्रेम संबंध थे। माता-पिता इन संबंधों के खिलाफ थे, जिसके चलते कोमल ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया।

रात का षड्यंत्र:

1 अगस्त 2016 की रात कोमल और प्रमोद ने एक कार का इंतजाम किया और अपने माता-पिता को बहाने से अपने साथ ले गए। इस दौरान कोमल के चाचा ओमप्रकाश ने उन्हें टोका और पूछा कि वे माता-पिता को कहां ले जा रहे हैं। कोमल ने बहाना बनाया कि पिता बीमार हैं और डॉक्टर के पास ले जा रहे हैं।

रात के अंधेरे में उन्होंने वेद प्रकाश और उकलेश की हत्या कर दी। शवों को पहचान छिपाने के इरादे से नदी में फेंक दिया गया। इसी के साथ कोमल ने अपने तीन भाई-बहनों को भी खाने में जहर देने का प्रयास किया, लेकिन वे सौभाग्यवश बच गए।

झूठ का मायाजाल:

कोमल और प्रमोद ने घटना के बाद अपने गुनाह को छुपाने के लिए कई स्तर पर झूठ का सहारा लिया। उन्होंने गांव में झूठी अफवाह फैलाई कि माता-पिता का अपहरण हो गया है। कोमल ने चचेरे भाई के फोन पर कॉल करके बताया कि वह जैसे-तैसे बीकानेर पहुंची है और प्रमोद ने उसके माता-पिता और भाई को बंधक बना लिया है।

पुलिस की जांच और गिरफ्तारी:

चाचा ओमप्रकाश ने जब अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई, तो पुलिस ने गहन जांच शुरू की। 8 अगस्त 2016 को चौना गांव के पास नदी से वेद प्रकाश का शव बरामद हुआ, और कुछ दिनों बाद रबूपुरा थाना क्षेत्र में अज्ञात महिला का शव मिला, जिसकी पहचान उकलेश के रूप में हुई।

पुलिस जांच के दौरान प्रमोद और कोमल की साजिश का पर्दाफाश हुआ। 15 अगस्त 2016 को प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में यह भी सामने आया कि कोमल ने ही झूठी कहानी गढ़ी थी और अपने प्रेमी के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।

न्याय का फैसला:

अदालत ने पहले प्रमोद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, और अब कोमल को भी उसी सजा का भागी बनाया। यह मामला नैतिक मूल्यों और पारिवारिक विश्वास की दर्दनाक टूटन को दर्शाता है।

समाज में संदेश:

यह घटना एक चेतावनी है कि रिश्तों में आई दरार कैसे भयावह अपराधों में बदल सकती है। इस घटना ने समाज में गहरा असर छोड़ा है और माता-पिता के प्रति सम्मान और उनके निर्णयों को समझने की महत्वपूर्ण सीख दी है।