“पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर का निधन, पीएम मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा- ‘महान दूरदर्शी राजनेता और वैश्विक शांति के अग्रदूत’”
नई दिल्ली: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर का 100 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में शोक की लहर दौड़ गई है। कार्टर, जो अमेरिकी इतिहास के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले राष्ट्रपति थे, ने वैश्विक शांति, मानव अधिकारों, और अंतरराष्ट्रीय सद्भावना के लिए अथक प्रयास किए। उनकी नीतियां और कार्य आज भी दुनिया भर में चर्चित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें “महान दूरदर्शी राजनेता” और “वैश्विक शांति के लिए अथक प्रयास करने वाला नेता” बताया। पीएम मोदी ने कहा कि जिमी कार्टर का भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में बड़ा योगदान रहा है और उनकी विरासत सशक्त रहेगी।
जिमी कार्टर का भारत से गहरा नाता रहा है। जब वे 1978 में भारत दौरे पर आए थे, तो उन्होंने हरियाणा के एक छोटे से गांव का दौरा किया, और इस सम्मान में गांव का नाम उनके नाम पर बदल दिया गया। कार्टर का भारत यात्रा, जिसे वे अपनी राष्ट्रपति यात्रा के दौरान करने में सफल रहे, भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों की स्थायी नींव रखने वाला कदम साबित हुआ। इसके बाद, दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते खुले, खासकर ऊर्जा, मानवाधिकार, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष सहयोग, आतंकवाद विरोधी उपायों और समुद्री सुरक्षा के मामले में।
उनकी राष्ट्रपति पद की अवधि 1977 से 1981 तक रही, और इसके बाद उन्होंने “कार्टर सेंटर” की स्थापना की, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में शांति, लोकतंत्र, और स्वास्थ्य सुधारों के लिए काम करना था। इसके लिए उन्हें 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कार्टर की देखरेख में, “कार्टर सेंटर” ने दुनियाभर में जंगली निवारण अभियान, पोलियो उन्मूलन, और अन्य चिकित्सा अनुसंधान परियोजनाओं को बढ़ावा दिया। वे एक स्थायी विरासत छोड़ गए हैं, जिसे भविष्य में भी सराहा जाएगा।
जिमी कार्टर ने वर्ष 2015 में अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में बताया था कि उन्हें मेलानोमा नामक त्वचा कैंसर का निदान हुआ था, और यह बीमारी उनके लिवर और मस्तिष्क तक फैल चुकी थी। हालांकि, उन्होंने अपने आखिरी दिनों में भी अपना काम जारी रखा, अपने घर पर इलाज की प्रक्रिया से भी वह संघर्ष करते रहे। उनका निधन जॉर्जिया स्थित उनके घर पर रविवार देर रात हुआ। जिमी कार्टर न सिर्फ अमेरिका, बल्कि दुनिया भर में शांति, न्याय और मानवीय अधिकारों के लिए प्रेरणा स्रोत बनकर याद रखे जाएंगे।