रायपुर मेयर मीनल चौबे के शपथ ग्रहण में एजाज ढेबर ने आमंत्रण न मिलने पर जताई नाराजगी
रायपुर : रायपुर नगर निगम की नवनिर्वाचित मेयर मीनल चौबे के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि पूर्व मेयर एजाज ढेबर ने इस कार्यक्रम में शामिल न होने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि उन्हें, पूर्व सभापति और एमआईसी (महापौर परिषद) के सदस्यों को इस समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया, जिससे वे बेहद नाराज हैं। एजाज ढेबर ने मीनल चौबे पर प्रोटोकॉल की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि नए मेयर को पूर्व जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से फोन करके आमंत्रित करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जब वे स्वयं मेयर थे, तब सभी दलों के पार्षदों को नगर निगम के हर बड़े आयोजन में सम्मानपूर्वक बुलाया जाता था, जिससे लोकतांत्रिक परंपराओं और आपसी समन्वय को बल मिलता था।
ढेबर ने मीनल चौबे के रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जब हाल ही में वे पार्षदों को कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज लेकर गई थीं, तब भी कांग्रेस से जुड़े किसी भी पार्षद से कोई चर्चा नहीं की गई। उन्होंने इसे एकतरफा फैसला बताते हुए कहा कि राजनीति में समन्वय और आपसी सहयोग जरूरी होता है, लेकिन मीनल चौबे ने अभी से ऐसा रवैया अपना लिया है, जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि कोई पूर्व जनप्रतिनिधि पद पर न होने के बाद भी योगदान न दे सके, बल्कि अनुभव और मार्गदर्शन से नगर निगम के सुचारू संचालन में मदद मिल सकती है।
एजाज ढेबर ने कहा कि मीनल चौबे एक समझदार महिला हैं और प्रशासनिक अनुभव भी रखती हैं, लेकिन यदि वे किसी के प्रभाव में आकर इस तरह के निर्णय ले रही हैं, तो उन्हें अपने विवेक से काम लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में विरोध और प्रतिस्पर्धा के बावजूद शिष्टाचार और प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे संस्थानों की गरिमा बनी रहती है। इस विवाद के बाद रायपुर नगर निगम में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है और देखना होगा कि मीनल चौबे इस पर क्या प्रतिक्रिया देती हैं तथा क्या वे अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करेंगी।