मुख्यमंत्री साय ने किया भूमिहीन किसानों के लिए कल्याणकारी योजना का शुभारंभ: ग्रामीण जीवन में नई उम्मीद की किरण

रायपुर :  मुख्यमंत्री साय ने हाल ही में दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना का शुभारंभ किया, जो राज्य के भूमिहीन कृषि मजदूरों और उनके परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक महत्त्वपूर्ण कदम है। यह योजना भूमिहीन श्रमिक वर्ग के उत्थान और उनके जीवन स्तर में सुधार करने की दिशा में राज्य सरकार का एक बड़ा प्रयास है। इस कार्यक्रम का आयोजन राज्य की राजधानी में हुआ, जहां सैकड़ों ग्रामीण मजदूरों और सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति रही।

योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के भूमिहीन कृषक परिवारों को सहायता प्रदान करना है, जो खेती के कार्य में परोक्ष या अपरोक्ष रूप से संलग्न रहते हैं, लेकिन उनकी अपनी भूमि नहीं होती। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर योजना के तहत मिलने वाले लाभों और उसकी अनूठी विशेषताओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को प्रतिवर्ष एक निश्चित राशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाएगी।

प्रमुख विशेषताएं और लाभ:

  1. आर्थिक सुरक्षा: लाभार्थियों को हर वर्ष ₹6,000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
  2. शिक्षा और स्वास्थ्य में सहायता: योजना के तहत बच्चों की शिक्षा और परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई है।
  3. सीधी बैंक ट्रांसफर सुविधा: यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाएगी, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सरल बनेगी।
  4. सामाजिक सुरक्षा: योजना का उद्देश्य श्रमिक वर्ग को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है, जिससे उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का मौका मिल सके।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने कहा, “हमारे राज्य का विकास तभी संभव है जब प्रत्येक मजदूर और किसान खुशहाल हों। दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना हमारे प्रयासों का प्रतीक है कि हम हर वंचित व्यक्ति को मुख्य धारा में शामिल कर सकें।”

इस अवसर पर विभिन्न ग्रामीणों और श्रमिकों ने भी अपने अनुभव साझा किए। एक महिला मजदूर ने कहा, “यह योजना हमारे जैसे लोगों के लिए आशा की एक नई किरण लेकर आई है। अब हमें अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा।”

योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि लाभ वास्तविक जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे। योजना के पंजीकरण के लिए संबंधित पंचायतों और तहसीलों में शिविर आयोजित किए जाएंगे।

दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना मुख्यमंत्री साय के ‘समावेशी विकास’ के दृष्टिकोण का हिस्सा है। यह न केवल भूमिहीन श्रमिकों के जीवन को सुधारने में मददगार होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।