“छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का युवाओं के कौशल विकास पर जोर: आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ता एक कदम”

रायपुर :  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर में आयोजित युवा उत्सव 3.0 में युवाओं के कौशल विकास और सशक्तिकरण की दिशा में उठाए गए कदमों पर जोर दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा किया गया, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि युवाओं को केवल नौकरी के पीछे दौड़ने के बजाय खुद को “जॉब गिवर” के रूप में स्थापित करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत की जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर है, और इस दिशा में छत्तीसगढ़ के युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान युवाओं के लिए उद्यमिता के अवसरों पर चर्चा के लिए पैनल डिस्कशन की योजना का भी उल्लेख किया, जिससे युवा सही दिशा में अपने करियर को आगे बढ़ा सकें।

उन्होंने विशेष ध्यान दिया कि आदिवासी क्षेत्रों में रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे आधुनिक तकनीकी विषयों की पढ़ाई की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रदेश के स्कूलों में स्किल डेवलपमेंट कोर्स शामिल किए जाएं, जिससे बच्चों में तकनीकी दक्षता के साथ-साथ हुनर भी विकसित हो सके।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कुशल इंजीनियरों की बढ़ती मांग का जिक्र करते हुए बताया कि इसे पूरा करने के लिए नए तकनीकी संस्थानों की स्थापना की जा रही है। उन्होंने इस बजट में IIT की तर्ज पर पांच नए छत्तीसगढ़ इंडस्ट्रियल टेक्निकल इंस्टीट्यूट (CITI) शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, स्वास्थ्य विभाग में 650 पदों की नियुक्ति और पुलिस विभाग में विभिन्न पदों के लिए भर्ती की स्वीकृति की जानकारी साझा की।

मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर को आईटी हब के रूप में विकसित करने की दिशा में उठाए गए कदमों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि नई उद्योग नीति और सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 के माध्यम से युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसके तहत 50 प्रतिशत सब्सिडी के साथ ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

छत्तीसगढ़ की खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में संभावनाओं पर भी उन्होंने प्रकाश डाला, यह कहते हुए कि राज्य खाद्य प्रसंस्करण का वैश्विक केंद्र बनेगा। इसके लिए हवाई कार्गो सुविधाओं का भी प्रावधान किया जाएगा, ताकि स्थानीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने सरगुजा और बस्तर जैसे क्षेत्रों के विकास की बात करते हुए कहा कि जैविक उत्पादों और लघु वनोपज के क्षेत्र में भी संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने बजट को वर्ष 2047 के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए तैयार करने की बात की, जिससे प्रदेश को एक विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ाया जा सके।

इस कार्यक्रम ने प्रदेश के युवाओं में नई ऊर्जा भर दी है और यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ सरकार युवा सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत बनाने के लिए सक्रिय है। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के अंत में आशा व्यक्त की कि प्रदेश का युवा राष्ट्र की मजबूती में योगदान देने के लिए सदैव तत्पर रहेगा।