कांग्रेस में अंदरूनी कलह पर भाजपा का निशाना — “क्या अब कांग्रेस को भूपेश बघेल से एलर्जी हो गई है?
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अमित चिमनानी ने कहा है कि कांग्रेस के संगठन सृजन के तहत जिलाध्यक्ष नियुक्ति प्रक्रिया के लिए भेजे गए दुर्ग जिले के पर्यवेक्षक अजय कुमार लल्लू की बर्खास्तगी कांग्रेस की वर्षों से चली आ रही उस आपसी खींचतान का परिणाम है, जो तमाम कोशिशों को बावजूद थमने का नाम ही नहीं ले रही है। प्रदेश प्रवक्ता श्री चिमनानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार पाँच चुनावों में मुँह की खाकर इतनी दुर्गति को प्राप्त होने के बाद भी कांग्रेस नेताओं के आपसी झगड़े रोज जनता के सामने खुलकर आ रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री चिमनानी ने कहा कि यह कैसा संगठन सृजन है, जहाँ पर ऑब्जर्वर को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर जाने पर अपने पद से हटना पड़ा। इससे पहले प्रदेश के पूर्व मंत्री रवीन्द्र चौबे ने भूपेश बघेल का नाम बस लिया था, तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कई दिनों तक उन्हें मिलने का समय तक नहीं दिया था। बैज ने मिलने के लिए चौबे से न केवल नाक रगड़वाई, बल्कि उनसे माफी भी मंगवाई। इसी मामले में रायपुर उत्तर के पूर्व कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा ने तो नैतिकता की दुहाई देकर दीपक बैज से इस्तीफा तक मांग लिया था। प्रदेश प्रवक्ता श्री चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस में अंतर्कलह चरम पर है। चौबे ने बघेल का नाम लिया तो माफी मांगनी पड़ी और अब एक ऑब्जर्वर बघेल के घर पहुँचा तो उसको हटा दिया गया है। तो अब क्या कांग्रेस को भूपेश बघेल से एलर्जी होती जा रही है?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री चिमनानी ने कहा कि चौबे से पहले खुद बघेल ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी की मौजूदगी में ही बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के नेतृत्व पर सवाल उठाया था। इधर नेता प्रतिपक्ष महंत ने सभी नेताओं को अपने चमचों को संभालकर रखने को कहा था। कांग्रेस के कार्यक्रम में मंच पर पूर्व आदिवासी विधायक अमरजीत भगत का माइक छीन लिया गया। राजीव भवन में दीपक बैज का मोबाइल चुरा लिया गया। प्रदेश प्रवक्ता श्री चिमनानी ने कहा कि अब कांग्रेस के संगठन सृजन में भी इनकी फूट दिखाई दे रही है। ऐसी सिर फुटौव्वल और अंतर्कलह कांग्रेस में छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहले कभी नहीं देखी गई और इसी के चलते छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का पतन हो चुका है।
