महुआ उत्पादों से आत्मनिर्भरता की मिसाल: मुख्यमंत्री ने महिला समूहों के कार्यो की की सराहना

छत्तीसगढ:  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने से पूर्व विभिन्न विभागीय स्टॉल्स का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने महिला समूहों द्वारा निर्मित महुआ से बने विभिन्न खाद्य पदार्थों और अन्य उत्पादों को गहनता से देखा और उनकी सराहना की।

महुआ, जो कि एक परंपरागत वन उत्पाद है, का उपयोग खाद्य पदार्थों और औषधीय उत्पादों में किया जाता है, और स्थानीय समुदायों के लिए आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उन महिला समूहों की मेहनत की सराहना की, जिन्होंने इन उत्पादों के माध्यम से न केवल पारंपरिक ज्ञान को जीवित रखा है, बल्कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भरता की दिशा में भी कदम बढ़ाए हैं।

महिला समूहों द्वारा प्रस्तुत महुआ के विभिन्न प्रकार के उत्पादों, जैसे महुआ लड्डू, शरबत, बिस्किट, और औषधीय तेलों को मुख्यमंत्री ने बड़ी रुचि से देखा और उनके उत्कृष्ट गुणवत्ता की प्रशंसा की। उन्होंने इन उत्पादों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण साधन बताया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे प्रयासों से न केवल महिला उद्यमिता को बढ़ावा मिलता है, बल्कि स्थानीय उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचाने का रास्ता भी खुलता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस तरह के महिला समूहों को और भी अधिक समर्थन प्रदान किया जाए ताकि वे अपने उत्पादों को व्यापक स्तर पर बेच सकें और आर्थिक रूप से और सशक्त हो सकें।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि महुआ जैसे पारंपरिक उत्पादों का मूल्यवर्धन और उनकी मार्केटिंग एक महत्वपूर्ण दिशा में कदम है, जिससे न केवल पर्यावरणीय स्थिरता बनी रहेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आजीविका में भी सुधार होगा।