राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पांच देशों के राजदूतों ने सौंपे परिचय पत्र, भारत के वैश्विक संबंधों को मिलेगा नया आयाम
नई दिल्ली : नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण राजनयिक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें डेनमार्क, फिलिस्तीन, पनामा, सूडान और गुयाना के राजदूतों ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपने परिचय पत्र प्रस्तुत किए। यह आयोजन भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू को जिन राजनयिकों ने अपने परिचय पत्र सौंपे, वे थे:
- पनामा के राजदूत – अलोंसो कोरेया मिगुएल
- गुयाना के उच्चायुक्त – धर्मकुमार सीराज
- सूडान के राजदूत – डॉ. मोहम्मद अब्दुल्ला अली एल्टॉम
- डेनमार्क के राजदूत – रासमस अबिल्डगार्ड क्रिस्टेंसन
- फिलिस्तीन के राजदूत – अब्दुल्ला मोहम्मद ए. अबुशावेश
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन सभी राजदूतों का भारत में गर्मजोशी से स्वागत किया और उनसे भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए बातचीत की। इस मुलाकात के दौरान आर्थिक सहयोग, व्यापार, सांस्कृतिक विनिमय, शिक्षा, और तकनीकी साझेदारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
राष्ट्रपति सचिवालय ने इस मुलाकात को लेकर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा किया:
“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में पनामा, गुयाना और सूडान के राजदूतों से परिचय पत्र प्राप्त किए। इसी तरह, उन्होंने डेनमार्क और फिलिस्तीन के राजदूतों से भी परिचय पत्र ग्रहण किया।”
17 फरवरी को भी हुआ था राजनयिकों का स्वागत
गौरतलब है कि इससे पहले 17 फरवरी को भी राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह में क्यूबा, नेपाल, कंबोडिया, मालदीव और सोमालिया के राजदूतों से परिचय पत्र प्राप्त किए थे।
उस समारोह में निम्नलिखित राजदूतों ने अपने परिचय पत्र प्रस्तुत किए:
- क्यूबा के राजदूत – जुआन कार्लोस मार्सन एगुइलेरा
- नेपाल के राजदूत – डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा
- कंबोडिया की राजदूत – रथ मैनी
- मालदीव की उच्चायुक्त – ऐशथ अजीमा
- सोमालिया के राजदूत – अब्दुल्लाही मोहम्मद ओडोवा
राष्ट्रपति सचिवालय ने इस मुलाकात की जानकारी देते हुए एक बयान जारी किया:
“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में क्यूबा, नेपाल, कंबोडिया, मालदीव और सोमालिया के राजदूतों से परिचय पत्र प्राप्त किए। भारत इन देशों के साथ अपने मजबूत संबंधों को और विस्तार देने के लिए तत्पर है।”
भारत की कूटनीतिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम
भारत की विदेश नीति के तहत राजनयिक संबंधों को मजबूत करना एक महत्वपूर्ण रणनीति का हिस्सा है। ये राजदूत भारत और उनके संबंधित देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को गहरा करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
महत्वपूर्ण बिंदु:
डेनमार्क, पनामा, फिलिस्तीन, सूडान और गुयाना के राजदूतों की भारत में नियुक्ति से इन देशों के साथ संबंधों को नया आयाम मिलेगा।
क्यूबा, नेपाल, कंबोडिया, मालदीव और सोमालिया के साथ भी भारत की साझेदारी को मजबूती मिलेगी।
इन मुलाकातों के बाद व्यापार, निवेश, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग के नए द्वार खुलने की संभावना है।
इस आयोजन के जरिए भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी कूटनीतिक सक्रियता को और मजबूत करने का संकेत दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अगुवाई में भारत आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और साझेदारी को और विस्तार देने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।