नोएडा के गारमेंट शॉप में भीषण आग से महिला की मौत, सुरक्षा उपायों की कमी पर उठे सवाल, पति भी घायल

नोएडा:  नोएडा के सेक्टर 63 स्थित ग्राम छिजारसी में 7 जनवरी को सुबह के समय एक दर्दनाक घटना घटी, जब एक गारमेंट शॉप में भीषण आग लग गई। यह दुकान, जिसका नाम “के एस क्लॉथ हाउस एंड रेडीमेड गारमेंट्स” है, अचानक आग की चपेट में आ गई, जिसमें दुकान के प्रथम तल पर सो रहे पति-पत्नी फंस गए। इस हादसे में पत्नी विनीता (35) की जान चली गई, जबकि पति गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना का विवरण और आग लगने के कारण
पुलिस और फायर ब्रिगेड के अनुसार, आग लगने की सूचना तड़के सुबह मिली। प्राथमिक जांच में पता चला है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। दुकान के अंदर कोई अग्निशमन उपकरण मौजूद नहीं था, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। आग ने तेजी से पूरे शॉप को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे दुकान के अंदर फंसे लोग बाहर नहीं निकल सके।

दमकल की टीम और राहत कार्य
घटना की जानकारी मिलते ही, फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने और अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने में करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दुकान में लगी आग इतनी भीषण थी कि दमकलकर्मियों के लिए अंदर जाना बेहद कठिन हो गया। आखिरकार, आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक विनीता का दम घुटने और जलने के कारण निधन हो चुका था। उनके पति को गंभीर हालत में बाहर निकाला गया और तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।

सुरक्षा में लापरवाही और संभावित जांच
यह भी सामने आया है कि दुकान में कोई अग्निशमन उपकरण मौजूद नहीं था, जो इस घटना की गंभीरता को बढ़ाने का प्रमुख कारण बना। पुलिस और फायर विभाग द्वारा इस हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है। आग लगने की वास्तविक वजह को लेकर शॉर्ट सर्किट का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन इसे स्पष्ट करने के लिए जांच आवश्यक होगी।

स्थानीय निवासियों और आसपास के इलाकों पर प्रभाव
आसपास रहने वाले लोग इस घटना से काफी सहम गए। आग की भीषणता के बावजूद, दमकल कर्मचारियों की तत्परता के कारण आस-पास की दुकानों और घरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा उपायों की कमी और अग्नि सुरक्षा को लेकर दुकानदारों को सचेत किया है।

संबंधित परिवार और प्रशासन का बयान
इस घटना से पीड़ित परिवार गहरे सदमे में है। विनीता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार से संबंधित अन्य कार्यवाहियां की जा रही हैं। इस हृदयविदारक घटना ने अग्नि सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर किया है।

नोएडा की यह घटना केवल एक दुखद हादसा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि अग्नि सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।