पीएम मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा: जानिए 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं में इस दौरे की खास बातें

वॉशिंगटन:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा कई महत्वपूर्ण राजनीतिक और सामरिक पहलुओं को समेटे हुए है। इस दौरे में क्वाड शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय बैठकों के अलावा, भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे। आइए, जानते हैं इस यात्रा के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से:

1. क्वाड शिखर सम्मेलन की रणनीतिक महत्वता: प्रधानमंत्री मोदी डेलावेयर में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी उपस्थित रहेंगे। यह सम्मेलन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया जा रहा है। यहां क्वाड देशों के बीच साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा, और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी।

2. भारत-अमेरिका द्विपक्षीय वार्ता: प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच द्विपक्षीय वार्ता में रूस-यूक्रेन युद्ध की स्थिति और भारत की भूमिका पर चर्चा हो सकती है। इसके साथ ही, अंतरिक्ष सहयोग और प्रीडेटर ड्रोन खरीद समझौते पर भी विचार किया जाएगा। इन मुद्दों पर सहयोग से भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों को और सुदृढ़ किया जा सकेगा।

3. भारतीय अंतरिक्ष मिशन में अमेरिका का सहयोग: द्विपक्षीय वार्ता के दौरान, भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के एक्सियोम-4 मिशन में भाग लेने के विषय पर भी चर्चा होगी। यह भारत-अमेरिका के बीच अंतरिक्ष सहयोग में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

4. भारतीय समुदाय से संवाद: प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं और मुद्दों को समझेंगे। इस कार्यक्रम में कई बड़ी कंपनियों के सीईओ भी शामिल होंगे, जिनके साथ प्रधानमंत्री भारत में निवेश और व्यापार के अवसरों पर चर्चा करेंगे।

5. संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक: प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस बैठक में वैश्विक शांति, सतत विकास, और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर अपने विचार साझा करेंगे। इसके अलावा, महासभा के इतर वे अन्य विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं।

6. ट्रंप से संभावित मुलाकात: डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी इच्छा जाहिर की है कि वे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करना चाहेंगे, लेकिन अभी तक इस मुलाकात की पुष्टि नहीं हुई है। यदि यह मुलाकात होती है, तो दोनों नेताओं के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।

7. क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी का परिवर्तन: यह क्वाड शिखर सम्मेलन इस साल भारत में होना था, लेकिन अमेरिका के अनुरोध पर इसे 2024 में डेलावेयर में आयोजित किया जा रहा है। भारत अब 2025 में क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

8. वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें: प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा के दौरान कई अन्य वैश्विक नेताओं से भी मिलेंगे। ये बैठकें वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका को और सुदृढ़ करेंगी और नए द्विपक्षीय संबंधों को स्थापित करने में मददगार साबित होंगी।

9. क्वाड का साझा बयान: क्वाड के साझा बयान में सदस्य देशों के बीच साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा, मेरीटाइम सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर जोर दिया जाएगा। यह क्वाड की सामूहिक शक्ति और उनके साझा उद्देश्यों को प्रकट करेगा।

10. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्वाड की भूमिका: क्वाड का मुख्य उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना है। इस सम्मेलन में चीन की आक्रामक नीतियों का मुकाबला करने के लिए रणनीतिक कदम उठाने पर भी विचार किया जाएगा। यह सम्मेलन क्वाड के गठन के बाद से उसकी भूमिका और प्रभाव को पुनः स्पष्ट करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।

यह यात्रा केवल भारत-अमेरिका संबंधों को ही नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका को भी पुनः परिभाषित करेगी। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा सामरिक, राजनीतिक, और आर्थिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।