“अयोध्या में घरेलू विवाद के कारण डेढ़ महीने की मासूम की मौत, पुलिस ने शुरू की जांच”

आयोध्या :  यूपी के अयोध्या जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें दो पत्नियों के बीच हुए झगड़े के कारण एक डेढ़ महीने की मासूम बच्ची की जान चली गई। यह घटना ग्राम पंचायत तमकीन गंज के एक गांव की है, जहां राधेश्याम निषाद नाम के व्यक्ति की दो पत्नियाँ हैं। राधेश्याम अपनी पहली पत्नी भानुमती के साथ बाहर काम करता था, जबकि दूसरी पत्नी जूही के साथ उसके संबंध हो गए और उन्होंने शादी कर ली। जूही से उसकी डेढ़ महीने की बेटी थी। राधेश्याम, अपनी दोनों पत्नियों और बेटी के साथ अपने गांव लौट आया था।

शुक्रवार की शाम को जब राधेश्याम अपनी दूसरी पत्नी जूही और बेटी के साथ घर आया, तो घर में हंगामा मच गया। दोनों पत्नियों के बीच तीखी बहस हुई, और वे एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने लगीं। आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला जल्द ही मारपीट तक पहुंच गया, और दोनों पत्नियाँ आपस में भिड़ गईं। इस झगड़े के बीच मासूम बच्ची गंभीर रूप से प्रभावित हुई। पुलिस को सूचना दी गई, और वे मौके पर पहुंचे, लेकिन यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा था।

पुलिस ने दोनों पत्नियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले कि स्थिति नियंत्रण में आती, बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद दोनों महिलाएं एक-दूसरे को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराने लगीं, और फिर से आपस में झगड़ा शुरू कर दिया। जूही ने आरोप लगाया कि बच्ची की मौत की जिम्मेदार भानुमती है, और इस पर उसने पुलिस को सूचना दी।

थाना प्रभारी निरीक्षक सुमित श्रीवास्तव और क्षेत्राधिकारी सुरेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि यह घटना दोनों पत्नियों के आपसी झगड़े के कारण हुई, और बच्ची की मौत को लेकर जांच शुरू कर दी गई है।

यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि घरेलू झगड़े और परिवारिक विवादों के बीच बच्चों की जान कितनी ज्यादा खतरे में पड़ सकती है। मासूम की मौत ने न केवल परिवार को गहरा आघात पहुँचाया, बल्कि इसने समाज के लिए भी एक गंभीर संदेश दिया है कि ऐसे विवादों को सुलझाने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।