कैलाश गहलोत: आप से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल, अरविंद केजरीवाल पर लगाए गंभीर आरोप

दिल्ली :   दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा फेरबदल उस वक्त देखने को मिला जब दिल्ली सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी (आप) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। गहलोत ने भाजपा मुख्यालय पहुंचकर औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इसके पहले, उन्होंने रविवार को आप की प्राथमिक सदस्यता और अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

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राजनीतिक सफर और आप में भूमिका

कैलाश गहलोत ने 2015 में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में परिवहन मंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद वे तीन बार मंत्री बने और दिल्ली की राजनीति में अहम भूमिका निभाई। लेकिन, उनकी पार्टी के प्रति नाराजगी और असंतोष धीरे-धीरे सामने आने लगा।

आप को लिखा भावुक पत्र, लगाए गंभीर आरोप

गहलोत ने इस्तीफा देने से पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक खुला पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, “पार्टी अब अपने सिद्धांतों और वादों से भटक चुकी है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के लोगों से जो बड़े-बड़े वादे किए थे, वे अधूरे रह गए। यमुना को साफ करने का वादा किया गया था, लेकिन यमुना पहले से भी ज्यादा प्रदूषित हो गई है।”

उन्होंने पार्टी की छवि को लेकर भी सवाल उठाए। गहलोत ने मुख्यमंत्री आवास से जुड़े विवादों का जिक्र करते हुए कहा, “शीशमहल विवाद और अन्य घटनाओं ने पार्टी की साख को बुरी तरह से प्रभावित किया है। आम आदमी पार्टी अब जनता के अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रही है।”

दिल्ली के विकास में बाधा डालने के आरोप

गहलोत ने यह भी कहा कि पार्टी का अधिकतर समय केंद्र सरकार के साथ लड़ाई में बर्बाद हो रहा है, जिससे दिल्ली के विकास के लिए जरूरी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने लिखा, “हमारी लड़ाई राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं तक सीमित हो गई है। जनता को बेहतर सेवाएं देने की प्रतिबद्धता अब कमजोर पड़ चुकी है।”

भाजपा में शामिल होने का कारण

कैलाश गहलोत ने कहा कि उन्होंने राजनीति में कदम इसलिए रखा था ताकि दिल्ली के लोगों की सेवा कर सकें। पार्टी के अंदरूनी हालात और सिद्धांतों से भटकाव के कारण उन्हें मजबूरी में आप छोड़नी पड़ी। उन्होंने भाजपा में शामिल होकर दिल्ली के विकास के लिए काम करने की इच्छा जताई।

भाजपा में स्वागत

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने गहलोत का पार्टी में गर्मजोशी से स्वागत किया। उनका कहना है कि गहलोत के अनुभव और प्रतिबद्धता से पार्टी को दिल्ली में मजबूती मिलेगी।

दिल्ली की राजनीति में हलचल

गहलोत के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने से दिल्ली की राजनीति में हलचल मच गई है। आम आदमी पार्टी की ओर से अभी इस घटनाक्रम पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, गहलोत का यह कदम आप के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, खासकर आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर।