कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए तैयारियों की ली जानकारी संसदीय सचिव ने समुचित उपचार के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने दिए निर्देश

महासमुंद :- संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर से बचाव तथा प्रबंधन के लिए तैयारियों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने मरीजों के त्वरित एवं समुचित उपचार के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया।

संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने आज शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर से बचाव तथा प्रबंधन के लिए तैयारियों की जानकारी ली।

वैक्सीनेशन पर जोर देेते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा जांच एवं टीकाकरण के जरिये हम कोरोना को मात दे सकते हैं। हालांकि पहले की अपेक्षा कोरोना संक्रमित व्यक्तियों में कमी आयी है। बावजूद इसके सतर्कता जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की डोज लेने के लिए लोगों को जागरूक करने प्रचार-प्रसार किया जाए।

कार्ययोजना की समीक्षा के दौरान संसदीय सचिव चंद्राकर को सीएमओ डॉ एनके मंडपे ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए विभाग द्वारा इससे बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं।

तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक खतरे की संभावना को देखते हुए विभाग द्वारा समुचित उपचार किए जाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। वहीं तीसरी लहर के मद्देनजर नियमित रूप से सैंपल संग्रहण किया जा रहा है।

धनात्मक प्रकरणों के पाए जाने के आधार पर कांटेक्ट ट्रैसिंग एवं कंटेनमेंट जोन का निर्धारण करने की योजना है। सैंपल संग्रहण की जांच के लिए एक वायरोलॉजी लैब तथा एक ट्रू नाट लैब का संचालन किया जा रहा है।

जिला हॉस्पिटल में 14 वेंटिलेटर, पांच बाईपेप, दस एनआईव्ही, 36 मल्टीपैरा मॉनीटर, 307 डी टाइप जंबो सिलेंडर, 80 बी टाइप छोटा सिलेंडर तथा 73 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन के साथ ही 111 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

इसी तरह जिले के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 81 डी टाइप जंबो सिलेंटर, बी टाइप 171 सिलेंडर तथा 61 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिले के 31 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जहां दस बिस्तर प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में निर्धारित है उनमें पांच आक्सीजनयुक्त बेड की उपलब्धता के लिए पांच आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन प्रति स्वास्थ्य केंद्र तथा 10 बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

इसी तरह पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 177 ऑक्सीजनयुक्त व 153 सामान्य बेड कुल 330 बेड की व्यवस्था की गई है।

तीसरी लहर से बच्चों पर अधिक खतरा की संभावना के मद्देनजर जिला हॉस्पिटल में बच्चों के लिए तीस ऑक्सीजनयुक्त बेड के साथ ही पांच वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था की गई है। वहीं पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों के लिए 19 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था है।

संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को समुचित उपचार मिले और किसी तरह की अव्यवस्था न हो इसके लिए पूरी तैयार की जाए।