“अलीगढ़ में रोजवेज कर्मचारी की टावर चढ़ने की घटना: अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा”

अलीगढ़:   अलीगढ़ में तैनात एक रोजवेज कर्मचारी ने सीएम योगी से मिलने की कोशिश की, लेकिन जब उनकी मुलाकात नहीं हो पाई, तो वह नाराज होकर सपा कार्यालय के पास स्थित एक टावर पर चढ़ गए। पीड़ित का आरोप था कि अधिकारियों द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके कारण वह इस हद तक पहुंचे। मामले की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और टावर से युवक को सुरक्षित नीचे उतारा। यह घटना अलीगढ़ के प्रशासनिक सिस्टम और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय के प्रति असंतोष का प्रतीक बन गई।

इस घटना के बाद, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी पर तीखा हमला किया। उन्होंने इस मामले को लेकर ट्विटर (X) पर एक पोस्ट किया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी के “तथाकथित दरबार” की आलोचना करते हुए लिखा कि इस दरबार में जनता की कोई सुनवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि यह स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि एक फरियादी अपनी जान को खतरे में डालकर टॉवर पर चढ़ने को मजबूर हुआ, क्योंकि उन तक अपनी समस्याओं को पहुंचाने का कोई तरीका नहीं था।

अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि वह उस व्यक्ति से आग्रह करते हैं कि वह अपनी जान को खतरे में न डाले, क्योंकि ऐसे लोगों के पास न तो दया है, न ही करुणा, न ही प्रेम। इस ट्वीट के माध्यम से उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में प्रशासन की संवेदनहीनता और जनसेवा के प्रति उदासीनता को उजागर किया।

सपा प्रमुख ने यह भी आशा जताई कि प्रशासन उस व्यक्ति के साथ कोई अवांछित व्यवहार नहीं करेगा और उसकी समस्या का शीघ्र समाधान किया जाएगा। उन्होंने अंत में कहा कि इस स्थिति में एक सामान्य नागरिक का भाजपा से विश्वास उठ चुका है और अब उन्हें इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं है। इस घटना ने राज्य सरकार के प्रति जनता के गहरे असंतोष को दर्शाया है, खासकर तब जब किसी आम व्यक्ति की समस्या को मुख्यमंत्री तक पहुंचाना असंभव सा प्रतीत हो रहा हो।