राजनांदगांव में हाईटेक चोर गिरोह का पर्दाफाश: गैस फायरगन से दरवाजे जलाकर देते थे वारदात को अंजाम, 14 लाख का माल बरामद

राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में पुलिस ने दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है, जो बेहद पेशेवर तरीके से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। इन दोनों आरोपियों की पहचान राजू माइकल और संतोष सोनी के रूप में हुई है। ये अपराधी दिन में रेकी कर सूने मकानों की पहचान करते और रात में चोरी को अंजाम देते थे। खास बात यह है कि ये आरोपी पारंपरिक तरीकों से चोरी करने के बजाय हाईटेक तरीकों का इस्तेमाल करते थे। घरों में घुसने के लिए वे गैस फायरगन का इस्तेमाल करते थे, जिससे दरवाजे को जलाकर अंदर प्रवेश कर सकते थे।

इन शातिर अपराधियों की योजना बेहद सुनियोजित थी। ये चोरी के औजार और कपड़े एक बैग में रखते थे और दोपहिया वाहन से वारदात स्थल तक पहुंचते थे। त्योहारों के दौरान जब ज्यादातर लोग अपने घरों से बाहर होते हैं, तब ये सूने मकानों को निशाना बनाते थे। होली के दिन भी इन चोरों ने इसी रणनीति का उपयोग करते हुए दीनदयाल नगर क्षेत्र के एक घर से लाखों रुपये के आभूषण और नकदी चुरा ली थी।

पुलिस ने इन अपराधियों के पास से कुल 14 लाख रुपये का माल बरामद किया है, जिसमें 156 ग्राम सोने के जेवरात और डल्ला शामिल है, जिसकी कीमत लगभग 10.50 लाख रुपये आंकी गई है। इसके अलावा, 1 किलो चांदी का डल्ला और 1.50 लाख रुपये नकद भी जब्त किए गए हैं। जांच के दौरान पता चला कि राजू माइकल केरल का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल वह राजनांदगांव की जीवन कॉलोनी में रह रहा था। पूछताछ में उसने कई अन्य चोरी की घटनाओं में शामिल होने की बात कबूल की है। उसने बताया कि चोरी के गहनों को वह ब्राह्मणपारा के रहने वाले सोनार संतोष सोनी को बेचता था और दोनों 50-50 प्रतिशत की हिस्सेदारी में काम करते थे।

राजनांदगांव पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है। इस घटना से साफ हो गया है कि अपराधी अब चोरी के नए-नए तरीकों का सहारा ले रहे हैं, जिससे पुलिस को भी अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।