सरकार ने संसद के दोनों सदनों की सुचारू कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए कल सर्वदलीय बैठक बुलाई है

नई दिल्ली :- संसद के मानसून सत्र से पहले राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने आज सदन में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाई। सूत्रों ने बताया कि  नायडू ने कोविड-19 की स्थिति में संसद से आम जनता के साथ खड़े होने और सभी  संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने को कहा। नायडू ने जोर देकर कहा कि संसद की निष्क्रियता से मौजूदा खराब हालात में और इजाफा होगा। इसलिए सदन के सभी वर्गों को इस सत्र को सुचारू रूप से चलाना चाहिए और इसकी उत्पादकता बढ़ानी चाहिए। संसद को लोगों के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को अचंभित किया है और देश का स्वास्थ्य सेवा का बुनियादी ढांचा बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।

सूत्रों के अनुसार संसद के मानसून सत्र के एजेंडे के संबंध में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि सरकार 29 विधेयक पेश करेगी। इनमें छह विधेयक अध्यादेश के स्थान पर लाये जाएंगे। दो विधेयक वित्तीय कामकाज से संबंधित होंगे। उन्होंने  सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी दलों के सहयोग की मांग की।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड्गे ने सदन में विचार विमर्श के लिए व्यापक सरोकार वाले मुद्दों का प्रस्ताव किया। इनमें कोविड स्थिति, किसान विरोध प्रदर्शन, सीमा पर चीन की कार्रवाई और सहकारी संघवाद से संबंधित मुद्दे शामिल हैं। कुल मिलाकर 20 राजनीतिक दलों के नेताओं विभिन्न मुद्दों पर अपने सुझाव रखें।

नायडू ने पीयूष गोयल को सदन का नेता बनने पर बधाई दी। बैठक में गोयल के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन, शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान, रेल और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा अन्य नेता मौजूद थे।

सरकार ने संसद के सुचारू संचालन के लिए रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला भी सदन के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। संसद का मानसून सत्र सोमवार 19 जुलाई से आरंभ हो रहा है और 13 अगस्त तक चलेगा। इसमें कुल 19 बैठके होंगी।