गरियाबंद जिला पंचायत सीईओ के हाथ कांपे, मोगरा पंचायत की भ्रस्टाचार की जांच कराने से
शौचालय निर्माण में अन्य मदो से भुगतान राशि
* 3,24,550 रुपये वर्ष- 2015-16
* 5,00,400 रुपये वर्ष- 2016-17
* 5,22,400 रुपये वर्ष- 2017-18
* 2,68,430 रुपये वर्ष- 2018-19
* 46,300 रुपये वर्ष- 2019-20
* 3,16,788 रुपये 1/9/2019 राशि मिलान के भुगतान
छुरा:– आज से 40दिन पूर्व दिनांक 4/9/2020 को लिखित में सम्पूर्ण दस्तावेजों के साथ जिला पंचायत गरियाबंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को मोंगरा पंचायत में शौचालय निर्माण की राशि में किये गए भ्रस्टाचार की शिकायत की जाँच की मांग किया गया था,फिर भी आज तक मोंगरा पंचायत के शौचालय निर्माण की जांच नही हुआ है। जबकि 3-4 माह पूर्व जिला सीईओ ने छुरा जनपद पंचायत के कुछ पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया, जिसमें 2-3 सचिव ने 2 कामो का एक ही स्थल बोर्ड बनाया था, जिसके कारण जिला सीईओ ने तुरंत दूसरे दिन उन सचिवो को निलंबित कर दिया, (मात्र 2 हजार रुपये का स्थल बोर्ड बनता है) आज 20 लाख रूपये का भ्रष्टाचार करने वाले पंचायत की जाँच भी नही करा पा रहे है।
इससे जिला सीईओ की दोहरा मानसिकता उजागर होता है। 2 हजार रुपये के स्थल बोर्ड नही बनाने वाले को निलंबित करना एवम 20 लाख के भ्रष्टाचार की जांच नही करा पाना,जो अपने आप मे ही सन्देह पैदा करता है। इस दोहरे मापदंड से शासन-प्रशासन को अवगत कराया जायेगा।
मोंगरा पंचायत के भ्रष्टाचार का विवरण इस प्रकार है:-
(1) छुरा जनपद पंचायत के द्वारा दिये आंकड़ों के अनुसार SBM मद से 249 शौचालय का निर्माण एवम मनरेगा से 28-38 शौचालय का निर्माण हुआ है।(लगभग 277-287 शौचालय, शौचालय निर्माण की संख्या में थोड़ा बहुत आगे-पीछे हो सकता हैं)
(2) इस प्रकार SBM मद से बने शौचालय 249 का 12हजार प्रति शौचालय के दर से 29,88,000रुपये होता है, जबकि शासन से पंचायत को इस मद से 33,97,200 रुपये प्राप्त हुआ है, यही भी 4 लाख रूपये अधिक मिला है:–
* 2016-17 वर्ष में SBM से मिला राशि टोटल= 7,97,000रुपये, (7,47,000रुपये दिनांक 7/4/2016 एवम 50000
रुपये दिनांक 29/11/2016)
* 2017-18 वर्ष मेंSBM से मिला राशि टोटल= 23,02,200 रुपये( 4,21,200रुपये दिनांक 1/3/2018, 9,23,400रुपये दिनांक 7/6/2017, 5,97,600रुपये दिनांक 22/3/2018, 3,60,000रुपये दिनांक
27/6/2017)
* 2018-19 वर्ष में SBM से मिला राशि टोटल=2,98,000रुपये दिनांक 25/3/2019
(3)मनरेगा से निर्मित शौचालय लगभग 28-38 का भी भुगतान हो चुका है, तो अन्य मदो से 16,62,080 रुपये भुगतान करने की क्या जरूरत था, इस राशि को अभी तक समायोजन नही किया गया है।
* अन्य मदो से शौचालय निर्माण में भुगतान किये गये राशि का विवरण:–
(१) 2015-16 में टोटल=3,24,550 रुपये अन्य मदो से शौचालय निर्माण में भुगतान किया गया…
* 12,000रुपये दिनांक 25/1/2016 मूलभूत योजना
* 70,300रुपये दिनांक 15/3/2016 14वेवित्त योजना
* 54,000रुपये दिनांक 25/2/2016 14वेवित्त योजना
* 9300रुपये दिनांक12/9/2015 Own Resource
* 29,650रुपये दिनांक 4/12/2015 13वेवित योजना
* 99,000रुपये दिनांक 5/1/2016 13वे वित्त योजना
* 9300रुपये दिनांक 10/11/2015 13वे वित्त योजना
* 41,000रुपये दिनांक 13/11/2015 13वेवित्त योजना
(२) 2016-17 में टोटल=5,00400 रुपये का भुगतान अन्य मदो से शौचालय निर्माण में किया गया..
* 10,400रुपये दिनांक 5/11/2016 मूलभूत योजना
* 12,000रुपये दिनांक 11/9/2016 मूलभूत योजना
* 33,600रुपये दिनांक 13/5/2016 मूलभूत योजना
* 5000रुपये दिनांक 25/9/2016 मूलभूत योजना
* 13,300रुपये दिनांक 7/3/2017 14वेवित्त योजना
* 72,600रुपये दिनांक 10/4/2016 14वेवित्त योजना
* 80,500रुपये दिनांक 13/5/2016 14वेवित्त योजना
* 40,000रुपये दिनांक 25/6/2016 14वेवित्त योजना
* 24,734रुपये दिनांक 19/2/2017 Own Resources
* 1,00,000रुपये दिनांक 29/1/2017 Own Resources
* 47,000रुपये दिनांक 31/7/2016 Own Resources
* 25,266 रुपये दिनांक 11/8/2016 IAP योजना
(3) 2017-18 में 14 वे वित्त योजना से 5,13,927 का भुगतान किया शौचालय निर्माण में,जिसका विवरण….
* 9000 रुपये दिनांक 9/11/2017
* 35,000 रुपये दिनांक 2/2/2018
* 9000रुपये दिनांक 4/10/2017
* 12,000 रुपये दिनांक 6/12/2017
* 3000 रुपये दिनांक 7/2/2018
* 19,527 रुपये दिनांक 7/6/2017
* 18,000 रुपये दिनांक 11/5/2017
* 9600 रुपये दिनांक 13/9/2017
* 5000 रुपये दिनांक 13/10/2017
* 3000 रुपये दिनांक 14/11/2017
* 3000 रुपये दिनांक 14/11/2017
* 20,000 रुपये दिनांक 14/12/2017
* 84,500 रुपये दिनांक 16/5/2017
* 12,000 रुपये दिनांक 17/5/2017
* 12,000 रुपये दिनांक 17/5/2017
* 10,000 रुपये दिनांक 18/1/2018
* 12,000 रुपये दिनांक 18/10/2017
* 36,900 रुपये दिनांक 18/10/2017
* 3000 रुपये दिनांक 19/12/2017
* 16,000 रुपये दिनांक 20/9/2017
* 13,500 रुपये दिनांक 23/10/2017
* 10,000 रुपये दिनांक 24/4/2017
* 6000 रुपये दिनांक 26/7/2017
* 3000 रुपये दिनांक 26/10/2017
* 3000 रुपये दिनांक 26/10/2017
* 3000 रुपये दिनांक 27/10/2017
* 12,000 रुपये दिनांक 28/2/2018
* 36,000 रुपये दिनांक 28/8/2017
* 47,300 रुपये दिनांक 28/10/2017
* 3600 रुपये दिनांक 29/12/2017
* 15,000 रुपये दिनांक 30/10/2017
* 29,000 रुपये दिनांक 31/5/2017 एवम 13 वे वित्त योजना से 8473 रुपये दिनांक 7/6/2017
(4) 2018-19 में 14 वे वित्त योजना से 2,42,430 रुपये का भुगतान किया गया,शौचालय निर्माण में,जिसका विवरण….
* 24,300 रुपये दिनांक 6/11/2018
* 5600 रुपये दिनांक 11/1/2019
* 21,000 रुपये दिनांक 11/10/2018
* 9600 रुपये दिनांक 12/9/2018
* 19,880 रुपये दिनांक 14/9/2018
* 10,000 रुपये दिनांक 14/12/2018
* 7050 रुपये दिनांक 18/8/2018
* 6000 रुपये दिनांक 18/8/2018
* 30,000 रुपये दिनांक 20/3/2019
* 15,000 रुपये दिनांक 20/3/2019
* 18,000रुपये दिनांक 20/3/2019
* 9000 रुपये दिनांक 25/3/2019
* 60,000 रुपये दिनांक 27/4/2018
* 15,000 रुपये दिनांक 30/7/2018
* 12,000 रुपये दिनांक 31/12/2018
* 6000 रुपये दिनांक 31/12/2018 एवम मूलभूत योजना से– 20,000 रुपये दिनांक 4/8/2018और 6000रुपये दिनांक 5/10/2018 को
(5)2019-20 में 14 वे वित्त योजना से शौचालय निर्माण में भुगतान किया गया राशि 33,000 रुपये…
* 3000 रुपये दिनांक 6/11/2019
* 30,000 रुपये दिनांक 7/11/2019
* 7000 रुपये दिनांक 11/11/2019 Own Resources
* 6300 रुपये दिनांक 11/11/2019
(6) 3,16,788 रुपये दिनांक 1/9/2019 को राशि मिलान के लिये भुगतान
(7) मोगरा पंचायत के खाते में वर्ष 2017-18 में शौचालय निर्माण के लिए शासन से 23,02,200 रुपये मिले थे ,जिसमे 16,77,770 रुपये खर्च किए थे और 6,24,430 रुपये पंचायत के खाते में बचे हुए थे। इस राशि को खर्च न कर सचिव ने अन्य मद से 5,22,400 रुपये शौचालय निर्माण में भुगतान बताया जा रहा है, जो नियम विरुद्ध है, जब आपके खाते में शौचालय निर्माण की राशि है, तो दूसरे मद से खर्च करने की क्या जरुरत, इससे स्पस्ट होता है कि आपकी मानसिक भ्रष्टाचार करने का था।
(8) पेशन की पूरी राशि मिलने के बाद भी अन्य मदो से भुगतान किया गया हैं, भुगतान राशि एवम पेशन लिस्ट को मिलाने से स्पस्ट हो जाएगा।
मोंगरा पंचायत के शौचालय निर्माण में किये गए,सभी भुगतानों का राशि एवम दिनांक के साथ विवरण दे दिया गया है, इसका मिलान पंचायत के केश-बुक, पास-बुक, शौचालय निर्माण की हितग्राहियों की सूची एवम पंचायत प्रस्ताव को मंगवाकर जांच किया जा सकता है, अगर जिला पंचायत सीईओ की जाँच करने की इच्छा शक्ति हो तो इस फिगर का मिलान करके केवल 2 घण्टे में जांच किया जा सकता हैं।