“गणेश उत्सव: सातवें दिन 23,000 से अधिक गौरी-गणेश मूर्तियों का भव्य विसर्जन”

मुंबई: गणेश उत्सव के सातवें दिन शहरभर में श्रद्धालुओं ने धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ गौरी-गणेश की 23,000 से अधिक मूर्तियों का विसर्जन किया। विभिन्न घाटों और विसर्जन कुंडों पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली, जहां पूरे विधि-विधान और उत्सव के माहौल में भगवान गणेश और माता गौरी को विदाई दी गई। विसर्जन स्थल पर नगर निगम और प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिनमें सफाई, सुरक्षा, और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बनाए गए विशेष विसर्जन कुंड शामिल थे।

विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं ने पारंपरिक गीतों और ढोल-नगाड़ों की धुन पर नाचते-गाते हुए अपने आराध्य की विदाई दी। गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से सजी इस यात्रा में भक्तों ने अपनी भावनाओं का इज़हार करते हुए अगले वर्ष फिर से गणपति के स्वागत की कामना की। प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे ताकि विसर्जन के दौरान किसी भी तरह की असुविधा न हो और श्रद्धालु सुरक्षित तरीके से इस धार्मिक प्रक्रिया को संपन्न कर सकें।

इस अवसर पर पर्यावरण की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा गया। कई जगहों पर प्राकृतिक मिट्टी से बनी मूर्तियों का इस्तेमाल किया गया, जिन्हें आसानी से जल में विसर्जित कर दिया गया। साथ ही, कृत्रिम कुंडों में विसर्जन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई, जिससे जल प्रदूषण को कम करने का प्रयास किया गया। नगर निगम ने विसर्जन स्थलों पर गोताखोर, पुलिसकर्मी, और स्वयंसेवकों की तैनाती की थी, जो इस आयोजन को सुरक्षित और सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे।

गणेश उत्सव का यह उल्लासमय और अनुशासित समापन, आगामी वर्ष में और भी बड़े उत्साह के साथ गणेशजी के स्वागत की उम्मीदों को बढ़ा रहा है।