मैहर: छत्तीसगढ़ के CRPF कैंप में गोलीबारी के दौरान मृतक जवान रुपेश पटेल को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर उनके परिजनों और ग्रामीणों ने शुक्रवार को उग्र प्रदर्शन किया। मध्यप्रदेश के सतना जिले के मैहर के पोड़ी गांव निवासी रुपेश पटेल की मौत पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए परिजनों ने नेशनल हाईवे 30 पर चक्का जाम कर दिया।
ग्रामीणों और परिजनों ने स्पष्ट किया है कि जब तक रुपेश पटेल को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता, वे उनका शव नहीं लेंगे और न ही उनका अंतिम संस्कार करेंगे। इस बीच, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रयासरत हैं।
जानकारी के अनुसार, रुपेश पटेल की मौत छत्तीसगढ़ के CRPF कैंप में एक जवान द्वारा की गई गोलीबारी के दौरान हुई। उनके शव को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर प्रदर्शन किया और शव वाहन को हाइवे पर ही रोक दिया।
स्थानीय प्रशासन ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल और गृहमंत्री को इस मुद्दे पर पत्र भेजकर शीघ्र समाधान की मांग की है। हाइवे पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन कर रहे परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस की समझाइश को अस्वीकार कर दिया और कहा कि वे शहीद का दर्जा मिलने तक सड़क पर ही बैठे रहेंगे।
इस बीच, प्रशासन ने स्थिति को शांत करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया है और आर्मी जवानों की गाड़ियों को भीड़ से सुरक्षित स्थान पर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। शव के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया और शहीद का दर्जा देने की मांग के समाधान के बिना, प्रदर्शनकारियों का हंगामा जारी है, जिससे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
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