मुम्बई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट से ड्वार्फ कंटेनर ट्रेन सेवा रवाना
केन्द्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने वर्चुअल माध्यम से मुम्बई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट से ड्वार्फ कंटेनर ट्रेन सेवा को रवाना किया।
इसके साथ ही बंदरगाह पर ड्वार्फ कंटेनर डिपो से रेलगाडी के माध्यम से कंटेनरों की पहली खेप आईसीडी कानपुर भेजी गई।
इस रेलगाडी के चलने से आयात-निर्यात कार्गो की सुविधा भी उपलब्ध होगी जिससे आयातकों और निर्यातकों को लाभ होगा। ड्वार्फ कंटेनर की ऊंचाई, समान्य आईएसओ कंटेनर की तुलना में काफी कम होती है।
ट्रेलरों पर लदे ये कंटेनर कम ऊंचाई के कारण सीमित ऊंचाई वाले उपमार्गों और अर्धशहरी तथा शहरी मार्गों से आसानी से गुजर सकते हैं। इसके अलावा आईएसओ कंटेनरों की तुलना में डबल स्टेक्ड ड्वार्फ कंटेनर में 67 प्रतिशत अधिक मात्रा में माल का लदान किया जा सकता है।
भारतीय रेलवे ने डबल स्टेक्ड आइएसओ कंटेनर रेलगाडियों की तुलना में हॉलेज लागत पर 17 प्रतिशत छूट देने की पेशकश की है। इससे जहाजों से माल भेजने वालों को कुल मिलाकर 33 प्रतिशत छूट मिलेगी।
सोनोवाल ने इस अवसर पर कहा कि डबल स्टेक्ड ड्वार्फ कंटेनरों के जरिए निर्यात-आयात कार्गो को सुचारू बनाने की दिशा में यह सेवा काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। इससे आयातकों और निर्यातकों को काफी फायदा होगा।
सोनोवाल ने कहा कि ड्वार्फ कंटेनर बंदरगाहों के अनुकूल हैं और इन्हें कम खर्च पर देश में बनाया जा सकता है। इससे मेक इन इंडिया के लिए भी अवसर पैदा होंगे और निर्यात को भी बढावा मिलेगा।