“प्रियंका गांधी के गालों जैसी सड़कों पर विवाद: BJP नेता के बयान से सियासत गरमाई, कांग्रेस ने किया पलटवार”

नई दिल्ली :  दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राजनीति में बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। भाजपा की ओर से कालकाजी विधानसभा सीट पर उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी का विवादास्पद बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बिधूड़ी, जो अपने तीखे और विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं, एक बार फिर सुर्खियों में हैं।

विवादित बयान का मामला:

रमेश बिधूड़ी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “जैसे ओखला और संगम विहार की सड़कों को बनाया गया है, वैसे ही कालकाजी की सड़कों को प्रियंका गांधी के गालों जैसा चिकना बना दिया जाएगा।” उनकी इस टिप्पणी को कांग्रेस और आम जनता ने अभद्र और असंवेदनशील बताते हुए आलोचना की है।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह भाजपा के नेताओं और उनकी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “यह बयान न केवल रमेश बिधूड़ी की घटिया मानसिकता को उजागर करता है, बल्कि यह संघ और भाजपा की ओछी सोच का उदाहरण भी है।”

दिल्ली में भाजपा का नया दांव:

इस विवादित बयान के बाद, कालकाजी सीट पर मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। इस सीट पर मुख्यमंत्री आतिशी का सामना भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से है। तीनों ही उम्मीदवार अपने अनुभव और ताकतवर व्यक्तित्व के कारण अलग-अलग समर्थन आधार रखते हैं, जो चुनाव को त्रिकोणीय संघर्ष में बदल देता है।

भाजपा की चुनावी रणनीति और उम्मीदवारों की सूची:

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 29 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इस सूची में 16 नए चेहरों को मौका दिया गया है, जबकि 13 पुराने उम्मीदवारों को दोबारा मैदान में उतारा गया है। प्रमुख बदलावों के साथ पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को चुनने में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों का ध्यान रखा है।

  • नई दिल्ली सीट: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा ने प्रवेश वर्मा को खड़ा किया है।
  • कालकाजी सीट: आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी और कांग्रेस की अलका लांबा के खिलाफ रमेश बिधूड़ी को उतारा गया है।
  • पार्टी ने सात ऐसे नेताओं को टिकट दिया है जो हाल ही में कांग्रेस और आप छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।

कालकाजी में चुनौती और मुकाबला:

कालकाजी विधानसभा क्षेत्र भाजपा, आप और कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण सीट है। वर्तमान विधायक और मुख्यमंत्री आतिशी इस सीट पर व्यापक जनसमर्थन रखती हैं। हालांकि, भाजपा ने रमेश बिधूड़ी को उम्मीदवार बनाकर हिंदू मतदाताओं के ध्रुवीकरण पर ध्यान केंद्रित किया है।
वहीं कांग्रेस ने अपनी अनुभवी नेत्री अलका लांबा को मैदान में उतारकर लड़ाई को और दिलचस्प बना दिया है। इस सीट पर सड़क, कनेक्टिविटी और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे मुख्य रूप से हावी हैं।

मीडिया और चुनावी बहस का केंद्र बना विवाद:

रमेश बिधूड़ी का विवादित बयान अब मीडिया और चुनावी बहस का केंद्र बन गया है। विपक्ष इसे महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता और भाजपा की विचारधारा पर हमला करने का जरिया बना रहा है। आम आदमी पार्टी ने इसे भाजपा की “पुरुषसत्तात्मक सोच” करार दिया, जबकि कांग्रेस इसे “महिलाओं का अपमान” बता रही है।

चुनाव की संभावनाओं पर असर:

यह देखना दिलचस्प होगा कि यह बयान भाजपा की संभावनाओं को प्रभावित करेगा या उनके प्रचार अभियान को नुकसान पहुंचाएगा। हालांकि, इस विवाद के बावजूद भाजपा आक्रामक प्रचार में जुटी है और अपने कोर वोट बैंक को साधने का प्रयास कर रही है।

क्या कहते हैं मतदाता?

विधानसभा क्षेत्र में विकास, शिक्षा और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर मतदाता ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। साथ ही, रमेश बिधूड़ी के विवादित बयानों ने लोगों के बीच चुनाव को लेकर उत्सुकता बढ़ा दी है।

दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा के इस दांव का प्रभाव और रमेश बिधूड़ी का बयान क्या चुनावी समीकरण बदलेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।