तेलंगाना विधान परिषद में बीआरएस का अनोखा विरोध: कांग्रेस के अधूरे वादों पर ‘सोने की ईंटों’ से तंज, सरकार की साख पर उठे सवाल

हैदराबाद:  तेलंगाना विधान परिषद में बुधवार को एक अनोखे विरोध प्रदर्शन का गवाह बनी, जब भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के एक एमएलसी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करने के लिए प्रतीकात्मक सोने की ईंटें पेश कीं। इन ईंटों पर तेलुगु, हिंदी और अंग्रेजी में “10 ग्राम सोना” लिखा गया था, जो कांग्रेस सरकार के उस वादे की याद दिलाने के लिए था, जिसमें शादी के लिए योग्य महिलाओं को 10 ग्राम सोना देने की घोषणा की गई थी। बीआरएस एमएलसी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले कई लुभावने वादे किए थे, जिनमें गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों की बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता के रूप में सोना देने की बात शामिल थी।

लेकिन सत्ता में आते ही सरकार अपने वादों को निभाने में नाकाम रही, जिससे लाखों परिवारों की उम्मीदें टूट गईं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस वादे के सहारे लोगों को अपने पक्ष में किया, लेकिन अब यह महज एक जुमला साबित हो रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान बीआरएस एमएलसी ने विधान परिषद में नकली सोने की ईंटें दिखाकर कांग्रेस सरकार की कथनी और करनी में अंतर को उजागर करने की कोशिश की। उनका कहना था कि कांग्रेस ने जनता को सपने दिखाए, लेकिन अब वे सपने चकनाचूर हो चुके हैं।

बीआरएस ने इस मुद्दे को ‘स्वर्ण विफलता’ करार देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार सिर्फ वादों की राजनीति करती है और जनता को वास्तविक लाभ पहुंचाने में असफल रही है। इस प्रदर्शन ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी, बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया। बीआरएस नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता में आने के बाद अपने चुनावी वादों को भूल गई और जनता की परेशानियों को नजरअंदाज कर रही है। तेलंगाना में पहले से ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ कई अधूरे वादों को लेकर सवाल उठ रहे हैं, और इस मुद्दे ने सरकार की साख पर और सवाल खड़े कर दिए हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी ने अब तक इस प्रदर्शन पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह तय है कि यह मुद्दा आगामी दिनों में और राजनीतिक रंग ले सकता है और विपक्ष इसे बड़ा हथियार बनाकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा।