सामूहिक विवाह की अद्भुत परंपरा : साहू समाज ने रचा इतिहास, “गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में दर्ज हुआ नाम
रायपुर: छत्तीसगढ़ के साहू समाज ने अपनी अनूठी सामाजिक पहल और समर्पण के कारण इतिहास रच दिया है। समाज द्वारा पिछले 35 वर्षों से लगातार आयोजित किए जा रहे सामूहिक विवाह समारोहों को “गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में दर्ज किया गया है, जो न केवल इस समाज की एकता और संगठन शक्ति का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक उत्थान और सामूहिक विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि भी है। इस विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने साहू समाज को बधाई देते हुए इस पहल की सराहना की और इसे एक प्रेरणादायक सामाजिक प्रयास बताया।
मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि की घोषणा भक्त शिरोमणि माता कर्मा की जयंती के शुभ अवसर पर की, जिसे पूरे प्रदेश में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। इस पावन दिवस को और भी विशेष बनाने के लिए माता कर्मा की स्मृति में एक डाक टिकट का विमोचन भी किया गया, जो उनकी विरासत और समाज में उनके योगदान को सम्मान देने का एक प्रतीक है। इस ऐतिहासिक क्षण में मुख्यमंत्री ने साहू समाज को उनकी निस्वार्थ सेवा और सामाजिक समरसता के प्रति योगदान के लिए बधाई दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहृदय आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस आयोजन को प्रोत्साहित किया।
इस गरिमामयी कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, विभिन्न क्षेत्रों के विधायक और समाज के प्रतिष्ठित गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि की सराहना की और साहू समाज द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों को पूरे देश के लिए प्रेरणादायक बताया। इस आयोजन ने न केवल साहू समाज को गौरवान्वित किया, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को भी एक नया आयाम दिया।