संसद और संविधान पर हमले का आरोप: भाजपा सांसद ने राहुल गांधी को दी चेतावनी, निलंबन की उठी मांग

 नई दिल्ली:  भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए, उन्हें संसदीय विशेषाधिकारों के हनन और देश की गरिमा को ठेस पहुंचाने का दोषी ठहराया है। दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखते हुए कहा कि राहुल गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में दिए गए भाषण को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया और उसकी एक संपादित वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर साझा की। इस कथित कृत्य को दुबे ने “राजनीतिक दिवालियापन का उदाहरण” करार दिया और मांग की कि राहुल गांधी को संसद से निलंबित किया जाए और विशेषाधिकार समिति के समक्ष इस मामले की जांच कराई जाए।

दुबे का आरोप है कि राहुल गांधी ने जानबूझकर अमित शाह के भाषण को कांट-छांट कर प्रस्तुत किया ताकि जनता में ग़लतफहमी फैलाई जा सके और राजनीतिक लाभ उठाया जा सके। उन्होंने इसे संसद और देश की गरिमा को कम करने का प्रयास बताते हुए कहा कि इस तरह के कार्य संविधान और लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ हैं। दुबे ने विशेष रूप से यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी के इस कृत्य के पीछे विदेशी ताकतों, खासतौर पर जॉर्ज सोरोस जैसे व्यक्तियों की कृपा पाने का उद्देश्य हो सकता है।

गौरतलब है कि हाल ही में संविधान पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने राज्यसभा में एक भाषण दिया था, जिसे लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी बहस छिड़ गई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अमित शाह ने डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान किया है और इस दावे के समर्थन में उन्होंने अमित शाह के भाषण की एक छोटी क्लिप साझा की। इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि यह क्लिप संपादित है और उसका उपयोग करके कांग्रेस ने गलत छवि प्रस्तुत की है।

यह विवाद तब और भड़क गया, जब गुरुवार को संसद भवन परिसर में सत्ता और विपक्ष के सांसद आमने-सामने आ गए, जिससे झड़प में दो भाजपा सांसद चोटिल हो गए। इस घटना को लेकर पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई गई। दुबे ने अपने पत्र में लिखा कि इस घटना का जड़ राहुल गांधी की “चतुराई से संपादित” वीडियो है, जो संसद और नेताओं की साख को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाई गई थी।

उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी बार-बार संसद और संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाकर राजनीतिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी संसद सत्रों से ठीक पहले सरकार और महत्वपूर्ण संस्थानों को बदनाम करने के लिए ‘काल्पनिक’ और ‘मनगढ़ंत’ सामग्री का सहारा लेते हैं।

दुबे ने संसद के विशेषाधिकार समिति को मामले की जांच सौंपने की मांग करते हुए राहुल गांधी पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि संसद और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए ऐसे कृत्यों पर रोक लगाना आवश्यक है।