रायपुर में एटीएस ने मुंबई एयरपोर्ट से तीन बांग्लादेशी संदिग्धों को किया गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों से भारतीय पासपोर्ट बनवाने का मामला

रायपुर में एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) ने मुंबई एयरपोर्ट से तीन संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इन तीनों ने भारतीय पासपोर्ट बनाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था और वे इराक भागने की योजना बना रहे थे। एटीएस की टीम ने उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाकर उन्हें हिरासत में लिया है।

गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में मोहम्मद इस्माईल (27 वर्ष), शेख अकबर (23 वर्ष), और शेख साजन (22 वर्ष) शामिल हैं। ये तीनों बांग्लादेश के जिला जैसोर, प्रांत खुलना के रहने वाले हैं और रायपुर के टिकरापारा स्थित मिश्रा बाड़ा में रह रहे थे। इनकी योजना इराक जाने की थी, जहां वे धार्मिक यात्रा के बहाने छिपकर बसने वाले थे, लेकिन उनका असली उद्देश्य भारत लौटने का नहीं था।

कैसे हुआ खुलासा:
एटीएस को सूचना मिली थी कि ये संदिग्ध हावड़ा-मुंबई मेल ट्रेन से मुंबई पहुंचे थे और वहां से इराक जाने की योजना बना रहे थे। इसके बाद एटीएस रायपुर ने मुंबई की नागपाड़ा यूनिट के सहयोग से पायधुनी इलाके में छापेमारी कर इन्हें गिरफ्तार किया। इनके पास भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और बगदाद का वीजा बरामद हुआ।

फर्जी दस्तावेजों का मामला:
जांच में यह भी सामने आया कि रायपुर में रहते हुए इन तीनों ने सत्कार कंप्यूटर के संचालक मोहम्मद आरिफ की मदद से फर्जी मार्कशीट के आधार पर भारतीय जन्म प्रमाण पत्र बनवाया और उसके बाद भारतीय पासपोर्ट प्राप्त किया। इनके द्वारा बनाए गए दस्तावेजों का इस्तेमाल करने वाला एक गिरोह भी सामने आया है। इन संदिग्धों ने स्वीकार किया कि वे पहले से जानते थे कि कई अन्य लोग भी इसी तरीके से इराक भाग चुके हैं और वापस नहीं लौटे हैं।

कानूनी कार्रवाई:
रायपुर के टिकरापारा थाना में इन संदिग्धों के खिलाफ भारतीय पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12(इ) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में है और यह जांच कर रही है कि इन संदिग्धों का किसी बड़े नेटवर्क से तो संबंध नहीं है।

आगे की जांच:
एटीएस की टीम मामले से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है और यह जांच जारी है कि इनका इराक जाने की योजना में किसी और बड़े साजिश का हाथ तो नहीं था।