कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा पर दलितों और आदिवासियों के खिलाफ उत्पीड़न के लगाए आरोप
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को एक बार फिर भाजपा और उनके केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर जोरदार हमला बोला, और उन्हें दलितों, आदिवासियों और अन्य सामाजिक रूप से वंचित समुदायों के खिलाफ उत्पीड़न को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। खरगे ने विशेष रूप से भाजपा-शासित राज्यों में जातिवाद और जातिगत अत्याचारों के बढ़ते मामलों पर ध्यान केंद्रित किया। उनका कहना था कि पार्टी ने इन समुदायों के खिलाफ अत्याचारों को गंभीरता से नहीं लिया है और इसे अपनी सत्तास्वीकृत नीति बना लिया है।
खरगे ने ट्विटर पर कहा कि संसद में गृह मंत्री अमित शाह बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करते हैं, और यह वही जातिवादी मानसिकता है जो भाजपा शासित राज्यों में फैल रही है। उनका आरोप था कि भाजपा सरकारें दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ संविधान विरोधी कार्रवाई कर रही हैं। खरगे ने यह भी कहा कि मोदी सरकार के अधीन दलितों और आदिवासियों को ‘मनुवाद’ का शिकार बनाया जा रहा है, जो इस पूरे वातावरण में नफरत और भेदभाव को बढ़ावा दे रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों का हवाला दिया, जिसमें कहा गया कि 2014 के बाद से दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अपराधों में दो गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने हालिया घटनाओं का उल्लेख करते हुए एक लंबी सूची पेश की, जिसमें मध्य प्रदेश के देवास में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत, ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिला के साथ की गई क्रूरता, हरियाणा के भिवानी में दलित छात्रा की आत्महत्या, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जातिवादी हमलों के कारण दलित परिवारों का पलायन और महाराष्ट्र के पालघर में आदिवासी महिला की हत्या जैसे मामले शामिल थे।
खरगे ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के 140 करोड़ नागरिकों के संविधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष करती रहेगी और भाजपा-आरएसएस की संविधान विरोधी सोच का विरोध करती रहेगी। उनका मानना था कि अगर कोई सरकार देश के सबसे गरीब और वंचित तबकों के अधिकारों का उल्लंघन करती है, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। कांग्रेस पार्टी भाजपा की इस सोच को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देगी।