भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच का तीसरा दिन: बारिश ने रोका खेल, भारत के शीर्ष क्रम का बिखराव

ब्रिस्बेन:  तीसरे दिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में बारिश सबसे बड़े विलेन की तरह सामने आई। ऐसा लगा मानो जितने ओवर खेले गए, उससे कहीं ज़्यादा वक्त बारिश की वजह से खेल को रोके रखा गया। हालांकि इस बाधा के बावजूद ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा मैच में काफी भारी रहा, जबकि भारतीय टीम 51/4 के स्कोर पर संघर्ष करती नजर आई।

बारिश से प्रभावित इस दिन भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन ने निराश किया। एक बार फिर भारतीय शीर्ष क्रम ढह गया, जिसमें यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाज खराब शॉट सिलेक्शन के चलते सस्ते में आउट हो गए। भारतीय टीम का एकमात्र सकारात्मक पक्ष केएल राहुल का थोड़ा टिकाव भरा प्रदर्शन रहा, लेकिन वह भी पूरी लय में नहीं दिखे। उन्होंने बीच-बीच में ढीली गेंदों को बाउंड्री के लिए भेजा, मगर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का जवाब देने में संघर्ष करते दिखे। फिलहाल रोहित शर्मा और केएल राहुल क्रीज पर टिके हुए हैं और भारतीय टीम को चौथे दिन खेल में वापसी की उम्मीद रहेगी।

भारत के पतन की शुरुआत: गेंदबाजों का स्विंग और ढीले शॉट्स का खामियाजा

ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड ने शुरुआती ओवरों में गेंद को बेहतरीन फुल स्विंग कराया। इसके चलते भारतीय बल्लेबाजों को गेंद का सामना करना मुश्किल हो गया। स्विंग के सामने भारतीय बल्लेबाज जल्द ही हुक, लाइन और स्टिंकर का शिकार हो गए।

यशस्वी जायसवाल ने दिन की शुरुआत में अपनी आक्रामक प्रवृत्ति दिखाते हुए पहली ही गेंद को खूबसूरत अंदाज में बाउंड्री की ओर ड्राइव किया। हालांकि उनकी यह लय अगले ही पल टूट गई। स्टार्क की दूसरी गेंद पर उन्होंने स्क्वायर लेग की ओर जोखिम भरा शॉट मारा और सीधे फील्डर को कैच थमा दिया। उनके जल्दी आउट होते ही टीम पर दबाव बढ़ गया।

शुभमन गिल भी ज़्यादा देर तक क्रीज पर टिक नहीं पाए। मिशेल स्टार्क के अगले ओवर की पहली ही गेंद पर उन्होंने कवर ड्राइव लगाने का प्रयास किया। लेकिन गिल का यह जोखिम भरा शॉट गली में खड़े मिचेल मार्श के शानदार कैच की बदौलत उनका विकेट ले गया।

इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे भारतीय रन मशीन विराट कोहली पर सबकी निगाहें थीं। लेकिन वह भी क्रीज पर टिकने में नाकाम रहे। कोहली की पारी बहुत छोटी रही। हेजलवुड की ऑफ-स्टंप से बाहर की गेंद पर उन्होंने बड़ा ड्राइव करने की कोशिश की, लेकिन शॉट पर नियंत्रण न होने के कारण स्लिप में कैच दे बैठे। उनका लगभग गोल्डन डक पर आउट होना भारतीय फैंस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं था।

केएल राहुल का संघर्षपूर्ण प्रदर्शन और रोहित शर्मा का साथ

जहां एक तरफ लगातार विकेट गिरते रहे, वहीं केएल राहुल ही ऐसे बल्लेबाज नजर आए जो संघर्ष करते दिखे। हालांकि राहुल भी अपनी लय में नहीं थे, फिर भी उन्होंने कुछ ढीली गेंदों को शानदार ढंग से बाउंड्री की ओर भेजकर रन बनाए। क्रीज पर टिकने का प्रयास उन्होंने जरूर किया, लेकिन विपक्षी गेंदबाजों के आक्रामक स्विंग गेंदबाजी के सामने वह पूरी तरह आश्वस्त नहीं दिखे।

कप्तान रोहित शर्मा ने राहुल के साथ मिलकर पारी को और झटके से बचाने की कोशिश की। उनकी बल्लेबाजी सधी हुई नजर आ रही थी। रोहित जानते थे कि विकेट पर टिके रहने के लिए स्विंग गेंदबाजी के खिलाफ संयम ही सबसे बड़ा हथियार है। चौथे दिन उनका प्रदर्शन भारत के लिए काफी अहम साबित होगा।

भारत अभी भी 394 रन से पीछे: बड़ा लक्ष्य और बढ़ता दबाव

तीसरे दिन के खेल के अंत में भारत का स्कोर 51/4 था, जबकि टीम अभी भी ऑस्ट्रेलिया से 394 रन पीछे है। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने जहां स्विंग और तेज रफ्तार से भारतीय बल्लेबाजों पर शिकंजा कसा, वहीं भारतीय टीम के सामने अब चौथे दिन बड़ा संघर्ष खड़ा हो गया है।

नजरें चौथे दिन पर: क्या भारत कर पाएगा वापसी?

तीसरे दिन की निराशा के बाद भारत के लिए चौथा दिन काफी अहम होगा। रोहित शर्मा और केएल राहुल का टिके रहना भारतीय टीम के लिए निर्णायक साबित होगा। यदि ये दोनों बल्लेबाज क्रीज पर देर तक टिकते हैं और बड़ा साझेदारी निभाते हैं, तो भारतीय टीम के पास खेल में वापसी का मौका हो सकता है। लेकिन इसके लिए उन्हें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की स्विंग और तेज गेंदबाजी का डटकर सामना करना होगा।

ऑस्ट्रेलिया निश्चित तौर पर खेल में आगे है और भारत पर चौथे दिन जबरदस्त दबाव रहेगा। बारिश से बाधित तीसरे दिन का फायदा ऑस्ट्रेलिया ने बखूबी उठाया, अब देखने वाली बात यह होगी कि भारतीय टीम दबाव में कैसी प्रतिक्रिया देती है।